कौन है पिंकी चौधरी, जिसे यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार? बांग्लादेशी बताकर झुग्गी में रह रहे मुसलमानों को पीटने का आरोप
Pinky Chaudhary: गाजियाबाद जिले में हिंदू दक्षिणपंथी संगठन ने रेलवे स्टेशन के पास झुग्गियों में रहने वाले लोगों को बांग्लादेशी घुसपैठिया बताकर उन पर शुक्रवार (9 अगस्त) को हमला कर दिया और उनकी झुग्गियों को नष्ट कर दिया। मजदूरों को पीटने के मामले में हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है
Pinky Chaudhary: हिंदू रक्षा दल का आरोप है कि गाजियाबाद में भारी संख्या में बांग्लादेशी रह रहे हैं
Pinky Chaudhary Case: हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष भूपेंद्र तोमर ऊर्फ पिंकी चौधरी एक बार फिर चर्चाओं में बने हुए हैं। हिंदू रक्षा दल समूह के सदस्यों ने गाजियाबाद की झुग्गी बस्ती के मुसलमानों को बांग्लादेशी बताकर उनके साथ मारपीट की। उन्होंने उनकी झोपड़ियों को नुकसान पहुंचाया और उनके घरेलू सामान को जला दिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। हिंदू रक्षा दल द्वारा आरोप लगाया गया कि दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भारी संख्या में बांग्लादेशी अवैध तौर से रह रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि पीड़ित बांग्लादेशी नहीं, बल्कि भारतीय थे।
क्या है पूरा मामला?
गाजियाबाद जिले में हिंदू दक्षिणपंथी संगठन ने रेलवे स्टेशन के पास झुग्गियों में रहने वाले लोगों को बांग्लादेशी घुसपैठिया बताकर उन पर शुक्रवार (9 अगस्त) को हमला कर दिया और उनकी झुग्गियों को नष्ट कर दिया। मजदूरों को पीटने के मामले में हिंदू रक्षा दल (Hindu Raksha Dal) के अध्यक्ष पिंकी चौधरी (Pinky Chaudhary) को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और बादल उर्फ हरिओम सिंह को शनिवार देर रात इस मामले में गिरफ्तार किया गया।
यूपी के ही थे मजदूर
अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि इस घटना के सिलसिले में हमलावर समूह के नेता समेत अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने दावा किया कि जिन लोगों पर हमला किया गया है, वे बांग्लादेशी नहीं, बल्कि यूपी के ही निवासी हैं। पुलिस के अनुसार, हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और उनके 20 समर्थकों ने गुलधर रेलवे स्टेशन के पास झुग्गियों में रहने वाले कुछ लोगों को बांग्लादेशी बताते हुए बुरी तरह पीटा और उनकी झुग्गियों में तोड़फोड़ की।
उसने बताया कि शुक्रवार शाम करीब साढ़े सात बजे किए गए इस हमले में कुछ लोग घायल हो गए। गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने पीटीआई से कहा, "झोपड़ियों में रहने वाले लोग बांग्लादेश के नहीं हैं, बल्कि शाहजहांपुर के हैं।"
NSA लगाने की तैयारी
मिश्रा ने कहा, "पुलिस मामले में हमलावरों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाने पर विचार कर रही है।" कवि नगर के सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर जांच की गई, जिसमें पता चला कि हमले के शिकार वास्तव में बांग्लादेशी नागरिक नहीं हैं, जैसा कि हमलावरों ने दावा किया था। शिकायत के अनुसार, समूह ने झुग्गियों को भी ध्वस्त कर दिया। पुलिस ने बताया कि पिंकी और 20 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि संजय नगर सेक्टर-23 में उस समय ड्यूटी पर तैनात पुलिस उपनिरीक्षक संजीव कुमार ने स्थानीय मधुबन बापूधाम थाने में FIR दर्ज कराई। कुमार ने अपनी शिकायत में कहा कि शोरगुल सुनने के बाद वह और उनकी पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जहां उन्होंने देखा कि पिंकी और उसके समर्थक बांग्लादेश विरोधी नारे लगाते हुए कुछ मुसलमानों के साथ गाली-गलौज और मारपीट कर रहे थे।
कौन है पिंकी चौधरी?
पिंकी चौधरी फिलहाल हिंदू रक्षा दल का प्रमुख है। पिंकी चौधरी का हिंदू रक्षा दल 'लव जिहाद' के खिलाफ लड़ता है। साथ ही यह हिंदूवादी संगठन गौरक्षा के लिए भी काम करता है। हिंदू रक्षा दल का गठन जुलाई 2013 में चौधरी ने किया था। इसके 1 लाख से अधिक रजिस्टर्ड सदस्य हैं, जो मुख्य रूप से दिल्ली-एनसीआर में हैं। पिंकी चौधरी भूपेंद्र तोमर, भूपेंद्र शर्मा और पिंकी भैया के नाम से भी जाना जाता है।
हिंदू रक्षा दल के प्रवक्ता संकेत कटारा ने 'दिप्रिंट' को बताया कि संगठन "लव जिहाद" के खिलाफ लड़ता है। इसके अलावा गौरक्षा और अन्य "हिंदू मुद्दों" के लिए भी काम करता है। उन्होंने कहा, "हम उन हिंदू लड़कियों को बचाते हैं जो लव जिहाद के जाल में फंस जाती हैं।"
जनवरी 2014 में इस समूह पर आम आदमी पार्टी (AAP) के कौशाम्बी कार्यालय में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया गया था, जब वकील प्रशांत भूषण (जो उस समय आप के सदस्य थे) ने कहा था कि कश्मीर में सेना की तैनाती और सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) के इस्तेमाल पर जनमत संग्रह होना चाहिए।
पिंकी पर 12 केस दर्ज
गाजियाबाद पुलिस ने घटना के सिलसिले में चौधरी और कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। पिंकी के खिलाफ अलग-अलग थाने में लगभग 12 मुकदमे दर्ज हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर दो साल पहले उस पर समुदाय विशेष के खिलाफ विवादित नारेबाजी करने और JNU छात्रों के साथ मारपीट करने के आरोप लगे थे।
गिरफ्तारी के बाद संगठन के करीब 35 सदस्यों ने इंदिरापुरम पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। हालांकि, जेएनयू में हुई घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर कटारा ने सिर्फ विश्वविद्यालय के गेट के बाहर हुई हिंसा की जिम्मेदारी ली थी। प्रवक्ता के मुताबिक, संगठन बनाने से पहले चौधरी 2012 तक बजरंग दल के सदस्य थे।
विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि वह हिंदू रक्षा दल के बारे में जानते हैं, लेकिन इसका विहिप से कोई संबंध नहीं है। उत्तर प्रदेश के बागपत के बामनौली गांव से ताल्लुक रखने वाले चौधरी ने हिंदू रक्षा दल के मैनेजमेंट के अलावा कभी कोई नौकरी नहीं की।