कतर (Qatar) में कई महीनों की कष्टदायक कैद के बाद अपनी मातृभूमि में कदम रखते हुए 'जासूसी' के आरोप में मौत की सजा पाने वाले भारतीय नौसेना के कर्मियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके प्रयास के बिना वे कभी रिहा नहीं होते। कतर ने जेल में बंद उन 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा कर दिया है, जिन्हें करीब साढ़े तीन महीने पहले संदिग्ध जासूसी के एक मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी। रिहा किए गए 8 भारतीयों में से 7 भारत लौट आए हैं। भारत ने अपने नागरिकों की रिहाई तथा उनकी घर वापसी को संभव बनाने के लिए कतर के अमीर के फैसले की सराहना की है।