हम जीने के लिए खा रहे हैं या मरने के लिए.. पिछले कुछ समय से खाने-पीने की चीजों में मिलावट को देखते हुए शायद आप भी यही सोच रहे होंगे। अगर भी मिलावटी खाने से परेशान हैं तो हमें कॉमेंट करके बताइए तब तक हम आपको ये बताएंगे कि ZERODHA के बॉस नितिन कामत इस बारे में क्या सोचते हैं। आप भले ही शेयर बाजार से पैसा अच्छा बना रहे हों लेकिन अपनी सेहत के साथ लापरवाही नहीं कर सकते हैं। नितिन कामत ने जोर देकर कहा कि हमारे खाने में क्या-क्या मिलावट है, इसे लेकर सवाल पूछे जाने चाहिए। आप किसी खाने में हाई लेवल शुगर इनटेक लेते हैं, कभी मिलावटी मसाले खाते हैं तो कभी हार्मफुल केमिकल्स आपके अंदर जाता है। ऐसे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन यानि NIN के प्रस्ताव को गंभीरता से लेना चाहिए। दरअसल ये पूरी बहस तब शुरू हुई जब मिलावटी मसालों का मामला उजागर हुआ। इसके बाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन ने हेल्दी डायट पक्का करने के लिए एक प्रपोजल पेश किया है।