Get App

IPO मार्केट में कैसे तय हो रही है प्राइसिंग, LensKart है अगली कड़ी; क्या है पूरा खेल

LensKart IPO: शंकर शर्मा का मानना है कि IPO प्राइसिंग एक खेल है, जिसे बहुत कम लोग समझते हैं। लेंसकार्ट सॉल्यूशंस का IPO 31 अक्टूबर को खुलेगा और 4 नवंबर को बंद होगा। शेयरों की लिस्टिंग 10 नवंबर को हो सकती है

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Oct 31, 2025 पर 9:34 AM
IPO मार्केट में कैसे तय हो रही है प्राइसिंग, LensKart है अगली कड़ी; क्या है पूरा खेल
IPO का असली खेल यह है कि आप कंपनी की वैल्यू इतनी ऊंची तय करें कि बाद में जब यह गिरे तो वह "सस्ता सौदा" लगने लगे।

आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड का 7,278.02 करोड़ रुपये का IPO 31 अक्टूबर को खुल रहा है। इसके लिए प्राइस बैंड 382-402 रुपये प्रति शेयर है। लेंसकार्ट का मार्केट कैप 70000 करोड़ रुपये के करीब बताया गया है। दिग्गज निवेशक और AI फर्म Gquant FinXRay के फाउंडर शंकर शर्मा का मानना है कि IPO प्राइसिंग एक खेल है, जिसे बहुत कम लोग समझते हैं। यहां तक कि वे भी नहीं, जो IPO प्राइसिंग तय करते हैं। शर्मा ने एक आर्टिकल में लिखा है कि उन्हें खुद भी इसका सही मतलब 2022 में समझ में आया।

कहानी की शुरुआत Paytm के IPO से होती है। इस कंपनी ने 1.4 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ लिस्ट होने का फैसला किया। लोग सोचने लगे कि यह तो बहुत बड़ा और शानदार बिजनेस है। और ऐसा सोचना लाजमी भी था क्योंकि Paytm के स्टिकर्स भारत के हर छोटे बड़े दुकानदार की दुकान पर लगे थे। नोटबंदी के दौरान Paytm इस कदर फेमस हुई कि ठेले वालों तक ने क्यूआर कोड लगाने शुरू कर दिए।लेकिन लिस्टिंग के बाद Paytm का स्टॉक गिरने लगा और महीने-दो महीने में मार्केट कैप ₹1.4 लाख करोड़ से घटकर ₹20,000 करोड़ के आसपास तक चला गया।

Nykaa, Zomato, Policy Bazaar भी इसी राह पर

ऐसा ही कुछ Nykaa, Zomato, Policy Bazaar, और CarTrade के साथ भी देखने को मिला। Nykaa ने हमें बताया कि लिपस्टिक बेचने का ऐप ₹50,000 करोड़ का हो सकता है, Zomato ₹60,000 करोड़ के मार्केट कैप पर IPO लाई, Policy Bazaar ने ₹45,000-50,000 करोड़ के बीच और CarTrade ने ₹7400 करोड़ के मार्केट कैप पर लिस्ट होने का मन बनाया। फिर क्या हुआ? इन कंपनियों के स्टॉक्स 40-80 प्रतिशत गिर गए। अब लोग इनकी कमियों को देखकर हंसी उड़ा रहे थे, लेकिन असल खेल तो कुछ और था जो किसी ने सही से समझा ही नहीं। यह खेल था एंकरिंग बायस का।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें