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IPO में पैसे लगाने से पहले खुद से पूछें ये तीन सवाल, फिर लें निवेश का फैसला

IPO में निवेशकों की ज्यादा दिलचस्पी नहीं बात नहीं है। इससे पहले कई बार आईपीओ मार्केट में निवेशक खूब दिलचस्पी दिखा चुके हैं। 2004 और उसके बाद के सालों में भी आईपीओ बाजार में खूब रौनक था। यह 2008 में मार्केट क्रैश करने तक जारी रहा। उसके बाद 2015 के बाद भी आईपीओ में खूब दिलचस्पी देखने को मिली थी

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 13, 2024 पर 4:26 PM
IPO में पैसे लगाने से पहले खुद से पूछें ये तीन सवाल, फिर लें निवेश का फैसला
पिछले कुछ समय से आईपीओ जिस तरह से कई गुना सब्सक्राइब हो रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि निवेशक इसे फटाफट कमाई का जरिया मानने लगे हैं।

यह पहली बार नहीं है जब आईपीओ मार्केट में इनवेस्टर्स काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। 2004 और उसके बाद के सालों में भी आईपीओ बाजार में खूब रौनक था। यह 2008 में मार्केट क्रैश करने तक जारी रहा। उसके बाद 2015 और उसके बाद के सालों में निवेशकों ने आईपीओ में खूब पैसे लगाए। एक बार फिर, पिछले साल से आईपीओ मार्केट गुलजार है। पिछले कुछ समय से आईपीओ जिस तरह से कई गुना सब्सक्राइब हो रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि निवेशक इसे फटाफट कमाई का जरिया मानने लगे हैं। सच यह है कि किसी आईपीओ में निवेश से पहले आपको खुद से तीन सवाल पूछने चाहिए।

आईपीओ में किस वजह से निवेश कर रहे हैं?

एक परिचित महिला ने Mamaearth के आईपीओ के वक्त मुझे बताया था कि वह इसलिए इस आईपीओ (IPO) में निवेश कर रही है, क्योंकि वह इस कंपनी के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर रही है और उसे ये प्रोडक्ट्स अच्छे लगते हैं। क्या यह आईपीओ में निवेश करने की सही वजह है? दरअसल किसी कंपनी का ग्राहक (Customer) होने और निवेशक (Investor) होने में काफी फर्क है। ज्यादातर निवेशक दूसरों को देख आईपीओ या किसी दूसरे इश्यू में पैसे लगाते हैं। ऐसा 1999-2000 के टेक्नोलॉजी बूम के दौरान भी देखने को मिला था। जिस कंपनी के नाम में 'डॉटकॉम' लगा होता था, उस पर निवेशक टूट पड़ते थे। आज उनमें से ज्यादातर कंपनियां गायब हो चुकी हैं।

सवाल है कि क्या Bajaj Housing बजाज समूह की बजाज फाइनेंस की तरह मल्टीबैगर साबित होगी? क्या रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में ओएनजीसी ग्रीन एनर्जी पर दांव लगाना सही रहेगा? क्या Tata Passenger Electric Vehicle गेम चेंजर साबित होगी?

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