One MobiKwik Systems IPO: डिजिटल पेमेंट्स फर्म वन मोबिक्विक सिस्टम्स लिमिटेड ने अपने IPO के लिए प्राइस बैंड 265-279 रुपये प्रति शेयर तय किया है। इसके साथ ही तीसरी बार IPO का साइज घटाकर करीब 572 करोड़ रुपये कर दिया है। पब्लिक इश्यू 11 दिसंबर को खुलेगा और इसकी क्लोजिंग 13 दिसंबर को होगी। एंकर इनवेस्टर 10 दिसंबर को बोली लगा सकेंगे। अलॉटमेंट 16 दिसंबर को फाइनल होगा। शेयर 18 दिसंबर को शेयर बाजार में लिस्ट होगा।
शुरुआत में कंपनी ने जनवरी 2024 में 700 करोड़ रुपये के IPO के लिए आवेदन किया था। जुलाई 2021 में, इसे 1,900 करोड़ रुपये के IPO के लिए मंजूरी मिली, लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव और पब्लिक मार्केट्स में साथ के स्टार्टअप के कमजोर प्रदर्शन के कारण इस प्लान को स्थगित कर दिया गया।
IPO के पैसों का कैसे करेगी इस्तेमाल
One MobiKwik Systems IPO के लिए एसबीआई कैप्स और डीएएम कैपिटल लीड मैनेजर हैं। कंपनी ने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल विभिन्न उद्देश्यों के लिए करने की योजना बनाई है। इनमें कंपनी के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस में ऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए 150 करोड़ रुपये, पेमेंट सर्विसेज के विस्तार के लिए 135 करोड़ रुपये; एआई, मशीन लर्निंग और टेक्नोलॉजी में रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए 107 करोड़ रुपये और पेमेंट डिवाइसेज पर पूंजीगत व्यय के लिए 70.2 करोड़ रुपये का खर्च शामिल है।
मई 2024 तक मोबिक्विक भारत में सबसे बड़ी मोबाइल वॉलेट कंपनी थी। कंपनी अपने शुरुआती वॉलेट संचालन से आगे बढ़कर कई तरह की वित्तीय सेवाएं देने लगी है, जिसमें मोबिक्विक ZIP और ZIP EMI जैसे क्रेडिट प्रोडक्ट्स; अपने वॉलेट, UPI और Zaakpay के जरिए डिजिटल पेमेंट और मोबिक्विक एक्स्ट्रा के जरिए पीयर-टू-पीयर लेंडिंग शामिल हैं।
Mobikwik की वित्तीय स्थिति
वित्त वर्ष 2024 के लिए फर्म ने 875 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया। एक साल पहले रेवेन्यू 539.46 करोड़ रुपये था। शुद्ध लाभ 14.08 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 में कंपनी को 83.81 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। अप्रैल-जून 2024 तिमाही में मोबिक्विक ने 6.62 करोड़ रुपये के शुद्ध घाटे के साथ 342.27 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया।