Get App

इस IPO ने निवेशकों को किया निराश, 119 गुना सब्सक्रिप्शन, फिर भी शेयर सपाट हुआ लिस्ट

Phoenix Overseas IPO Listings: फोनिक्स ओवरसीज की लिस्टिंग ने निवेशकों को निराश किया। कंपनी के शेयर शुक्रवार 27 सिंतबर को NSE SME प्लेटफॉर्म पर 64 रुपये के भाव पर सपाट लिस्ट हुए। यानी लिस्टिंग पर इसने निवेशकों को कोई लाभ नहीं दिया, जबकि इसका IPO करीब 119 अधिक सब्सक्राइब हुआ था। इस सपाट लिस्टिंग के निवेशकों ने धड़ाधड़ इसके शेयर बेचने शुरू कर दिए। इसके चलते कंपनी का शेयर तुरंत ही 5% गिरकर लोअर सर्किट में पहुंच गया

Moneycontrol Newsअपडेटेड Sep 27, 2024 पर 10:47 AM
इस IPO ने निवेशकों को किया निराश, 119 गुना सब्सक्रिप्शन, फिर भी शेयर सपाट हुआ लिस्ट
Phoenix Overseas IPO Listings: फोनिक्स ओवरसीज का आईपीओ 20 से 24 सितंबर के बीच बोली के लिए खुला था

Phoenix Overseas IPO Listings: फोनिक्स ओवरसीज की लिस्टिंग ने निवेशकों को निराश किया। कंपनी के शेयर शुक्रवार 27 सिंतबर को NSE SME प्लेटफॉर्म पर 64 रुपये के भाव पर सपाट लिस्ट हुए। यानी लिस्टिंग पर इसने निवेशकों को कोई लाभ नहीं दिया, जबकि इसका IPO करीब 119 अधिक सब्सक्राइब हुआ था। इस सपाट लिस्टिंग के बाद निवेशकों ने धड़ाधड़ इसके शेयर बेचने शुरू कर दिए। इसके चलते कंपनी का शेयर तुरंत ही 5% गिरकर लोअर सर्किट में पहुंच गया। सुबह 10.12 बजे इसके शेयर 60.80 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस तरह IPO निवेशक फिलहाल 5% के घाटे में हैं।

फोनिक्स ओवरसीज का आईपीओ 20 से 24 सितंबर के बीच बोली के लिए खुला था। कंपनी ने अपने IPO के जरिए कुल 36.03 करोड़ रुपये जुटाए। इसमें 29.31 करोड़ रुपये नए शेयरों को जारी कर जुटाया गया। वहीं बाकी 6.72 करोड़ रुपये के शेयरों को कंपनी के प्रमोटरों की ओर से बिक्री के लिए रखा गया था। इसके आईपीओ का प्राइस बैंड 61 से 64 रुपये था।

कंपनी ने बताया कि वह IPO के जरिए जुटाई गई रकम का इस्तेमाल अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने, इन ऑर्गेनिक ग्रोथ के मौकों को तलाशने और दूसरे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।

फोनिक्स ओवरसीज के IPO को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी और यह आखिरी दिन कुल 119.22 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन के साथ बंद हुआ था। कंपनी को सबसे अधिक बोली रिटेल निवेशकों की कैटेगरी में मिली, जिन्होंने अपने हिस्से के लिए आरक्षित शेयरों के लिए 148.43 गुना अधिक बोली लगाई। वहीं नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) ने अपने लिए आरक्षित शेयरों को 109.71 गुना अधिक सब्सक्राइब किया, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) की कैटेगरी में 65.74 गुना अधिक बोली मिली।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें