PhonePe IPO: दिग्गज पेमेंट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी फोनपे (PhonePe) ने आईपीओ लाने के लिए एक अहम पड़ाव पार कर लिया है। फोनपे ने आज 3 अक्टूबर को जानकारी दी है कि कंपनी के डोमिसाइटल को सिंगापुर से भारत में शिफ्ट करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
PhonePe IPO: दिग्गज पेमेंट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी फोनपे (PhonePe) ने आईपीओ लाने के लिए एक अहम पड़ाव पार कर लिया है। फोनपे ने आज 3 अक्टूबर को जानकारी दी है कि कंपनी के डोमिसाइटल को सिंगापुर से भारत में शिफ्ट करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
इस प्रोसेस के पूरा होने के बाद फोनपे ग्रुप के कारोबार और कंपनियों पर अब फोनपे प्राइवेट लिमिटेड (इंडिया) का मालिकाना हक है। फोनपे पर वालमार्ट और फ्लिपकार्ट का मालिकाना हक है।
तीन स्टेप में पूरा हुआ है प्रोसेस
सिंगापुर से भारत डोमेसाइल शिफ्ट करने की प्रोसेस तीन चरणों में पूरा हुआ है। पहले चरण के तहत पिछले साल फोनपे ने फोनपे सिंगापुर के पूरे कारोबार और सब्सिडियरीज को सीधे फोनपे प्राइवेट लिमिटेड (इंडिया) को दे दिया। इसमें इंश्योरेंस ब्रोकिंग और वेल्थ ब्रोकिंग सर्विसेज शामिल हैं।
दूसरे चरण के तहत फोनपे के बोर्ड ने हाल ही में नया ईएसओपी (एंप्लॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान) तैयार करने और तीन हजार से अधिक फोन के ग्रुप एंप्लॉयीज के मौजूदा ईएसओपी के नए पर शिफ्ट करने को मंजूरी दी थी।
इसके बाद अंतिम चरण में ओवरसीज डायरेक्ट इंवेस्टमेंट रूल्स के तहत फोनपे ने हाल ही में खरीदी गई इंडसओएस ऐपस्टोर (OSLabs Pte Ltd) को भी सिंगापुर से भारत शिफ्ट कर दिया।
मुनाफे में आने के बाद आईपीओ लाने की तैयारी
फोनपे की योजना है कि एक बार कंपनी मुनाफे में आ जाए, फिर इसका आईपीओ लाया जाए। कंपनी का आकलन है कि अगले साल 2023 तक यह मुनाफे में आ जाएगी। यूपीआई (यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) से मासिक पेमेंट के मामले में यह 47 फीसदी हिस्सेदारी के साथ लीडर है। फोनपे के सीईओ समीर निगम ने जून में कहा था कि सिर्फ व्यापक स्तर पर प्रयोग करने के लिए वह पैसे नहीं जुटाना चाहते हैं बल्कि पहले अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करना है और फिर आईपीओ लाया जाएगा।
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