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Electoral Bonds: इंफोसिस, साइएंट और जेनसार टेक! IT कंपनियों ने भी राजनीतिक पार्टियों को दिया खूब चंदा

Hot Stocks Today: Hot Stocks Today: निफ्टी इंडेक्स मंगलावर 19 मार्च को 150 अंकों से अधिक की गिरावट के साथ 21,900 के नीचे आ गया। एक्सपर्ट्स ने कहा कि निफ्टी इंडेक्स जबतक 22,300 के नीचे बना रहता है, तबतक बाजार में सुस्ती छाए रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि निफ्टी को 21,850 पर तत्काल मजबूत सपोर्ट है। अगर यह स्तर टूटता है तो फिर बाजार पर मंदड़ियों की पकड़ हावी हो जाएगी

Moneycontrol Newsअपडेटेड Mar 19, 2024 पर 1:04 PM
Electoral Bonds: इंफोसिस, साइएंट और जेनसार टेक! IT कंपनियों ने भी राजनीतिक पार्टियों को दिया खूब चंदा
दान देने वाली कंपनियों की सूची में सबसे ऊपर लॉटरी फर्म फ्यूचर गेमिंग है

इंफोसिस (Infosys), साइएंट (Cyient) और जेनसार टेक्नोलॉजीज (Zensar Technologies) सहित कई आईटी कंपनियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को चंदा दिया था। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की ओर से चुनाव आयोग को सौंपे गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। 17 मार्च को जमा किए लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, इंफोसिस ने मार्च 2018 में इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए जनता दल (सेक्युलर) को 1 करोड़ रुपये का चंदा दिया। यह राशि 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के आसपास दी गई। तीनों कंपनियों में से सबसे बड़ा दान Cyient ने दिया था, जिसने नवंबर 2023 में दो किश्तों में 10 करोड़ रुपये का दान दिया था। हालांकि, यह दान किस पार्टी को दिया गया, इसका खुलासा अभी तक नहीं हुआ है।

अभी तक सिर्फ कुछ ही राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों ने खुद को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए दान देने वाली कंपनियों के नामों का खुलासा किया है। मई 2019 में, जेनसर टेक्नोलॉजीज ने चुनावी बॉन्ड के जरिए अज्ञात पार्टियों को 3 करोड़ रुपये का दान दिया। इंफोसिस, साइएंट और जेनसार टेक्नोलॉजीज को भेजे गए सवालों का खबर लिखे जाने तक जवाब नहीं आया था।

इलेक्टोरल बॉन्ड

पिछले 5 सालों में चुनावी बॉन्ड के जरिए किस कंपनी ने किस पार्टी का चंदा दिया, इससे जुड़ा पहला आंकड़ा बीते 14 मार्च को सार्वजनिक हुआ है। इस आंकड़े को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चुनाव आयोग को सौंपा था। कुल मिलाकर, 24 राजनीतिक दलों को पिछले 5 सालों में चुनावी बॉन्ड के जरिए 12,769 करोड़ रुपये का चंदा मिला।

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