Himachal Pradesh Election 2024: निर्वाचन आयोग (EC) ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 का शेड्यूल जारी कर दिया है। चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में मतदान 19 अप्रैल 2024 से शुरू होने वाले सात चरणों के चुनाव में आखिरी चरण यानी 1 जून को होंगे। हिमाचल प्रदेश में 4 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा। आदर्श आचार संहिता की शाम से लागू हो गई है। यह अप्रैल को वोटिंग समाप्त होने के बाद मई को मतगणना की पूरी प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहेगी। 4 जून को वोटों की गिनती को होगी।
हिमाचल प्रदेश में कब है मतदान?
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों के लिए मतदान 1 जून को होगा। चुनाव तारीखों की घोषणा के तुरंत बाद आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। देश के सभी मतदान केंद्रों पर EVM के साथ VVPAT का इस्तेमाल किया जाएगा।
2019 में किसे कितनी सीटें मिली थीं?
पिछले लोकसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश में आखिरी चरण में वोटिंग हुई थी। आखिरी चरण की वोटिंग 19 मई 2019 को हुई थी और चुनावी नतीजे 23 मई 2019 को सामने आए थे। यहां की की चार संसदीय सीटों-कांगडा, मंडी, हमीरपुर और शिमला में से सिर्फ मंडी में ही कांग्रेस उम्मीदवार को जीत हासिल हो पाई थी। 2014 में बीजेपी ने सभी सीटों पर जीत हासिल की थी।
केंद्रीय सूचना और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर यहीं के हमीरपुर सीट से सांसद हैं। इसके अलावा किशन कपूर ने कांगड़ा से 4.77 लाख मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की। उन्हें 72.2 फीसदी वोट मिले जो 2019 के चुनाव में दूसरा सबसे बड़ा समर्थन था। शिमला से बीजेपी के सुरेश कुमार कश्यप जीते जो जुलाई 2020 में बीजेपी के स्टेट प्रेसिडेंट बने। कांग्रेस को एक ही सीट मिली और यह इसे मंडी सीट से प्रतिभा सिंह ने जीता। वह हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रह चुके वीरभद्र सिंह की विधवा हैं।
इस चुनाव में कैसा है सियासी समीकरण
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में कुछ समय पहले घमासान मचा हुआ था और कांग्रेस की राज्य सरकार गिरने तक की बात होने लगी थी। हालांकि अब सियासी संकट टल चुका है और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश में जुटे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपनी मांग को लेकर मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे कांग्रेस लगभग बैकफुट पर आ गई थी। हालांकि फिर सीएम सुखविंदर ने कहा कि वीरभद्र सिंह की प्रतिमा लगाई जाएगी। विक्रमादित्य सिंह इसी की मांग कर रहे थे। उन्होंने शिमला के रिज मैदान पर प्रतिमा के लिए जमीन उपलब्ध नहीं करवाने का मुद्दा उठाया था। वीरभद्र सिंह की विधवा प्रतिभा सिंह भी इस मुद्दे को लगातार उठा रही हैं। उन्होंने यह कहकर फिर कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी कि कांग्रेस से बेहतर बीजेपी का कामकाज है।