लोकसभा क्षेत्र चंदौली। इस क्षेत्र में यह सवाल हर जगह पूछे जा रहे हैं कि क्या केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे चुनाव में फंस गए हैं? क्या इस बार उनका चुनाव जीत पाना कठिन हो गया है? सवाल इसलिए पूछे जा रहे हैं, क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में यानी 2019 में महेंद्र नाथ पांडे बामुश्किल सिर्फ 14,000 वोटों से जीते थे। इस बार परिणाम क्या आएगा। महेंद्र नाथ पांडे हारेंगे या चुनाव जीतेंगे? उनके समर्थक कहते हैं कि पिछली बार सारी स्थितियां महेंद्र नाथ पांडे के खिलाफ थी। इस अति पिछड़े जिले में जो बनारस से लगा हुआ है और बिहार से सटा हुआ है, उसमें तब सपा और बसपा गठबंधन बहुत प्रभावी था। यही नहीं समाजवादी पार्टी ने एक जनाधार वाले नेता संजय सिंह चौहान को टिकट दिया था।