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Lok Sabha Elections 2024: ‘INDIA’ गठबंधन के मतभेद सुलझाने में कांग्रेस को दिखाना होगा बड़ा दिल, विपक्षी दलों के नेताओं की मांग

Lok Sabha Elections 2024: शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी इस बात से सहमत थीं कि सीट-बंटवारे की बातचीत में देरी हुई है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि चीजें जल्द ही ठीक हो जाएंगी और ज्यादातर राज्यों के लिए सीट आवंटन की घोषणा की जाएगी। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेताओं के बीच सार्वजनिक विवाद के बीच चतुर्वेदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारा नहीं हुआ है, लेकिन टीएमसी ‘I.N.D.I.A.’ का हिस्सा बनी हुई है और BJP को हराने के लिहाज से ममता बनर्जी सबसे ‘आश्वस्त स्थिति’ में हैं

अपडेटेड Feb 04, 2024 पर 9:38 PM
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Lok Sabha Elections 2024: ‘INDIA’ गठबंधन के मतभेद सुलझाने में कांग्रेस को दिखाना होगा बड़ा दिल, विपक्षी दलों के नेताओं की मांग

Lok Sabha Elections 2024: "विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A.) में मतभेदों को दूर करने के लिए कांग्रेस (Congress) को अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए और सीट बंटवारे में ‘बड़ा दिल’ दिखाना चाहिए, ताकि यह गठबंधन आगामी चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक विकल्प के तौर पर उभरे।" विपक्षी गठबंधन में शामिल कई दलों के नेताओं का यही कहना है। उन्होंने ये भी कहा कि विपक्ष को इस चुनाव को ‘बहुत गंभीरता’ से लेना चाहिए और जल्द ही एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम लाकर जनता के सामने एकजुट छवि पेश करनी चाहिए।

शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी इस बात से सहमत थीं कि सीट-बंटवारे की बातचीत में देरी हुई है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि चीजें जल्द ही ठीक हो जाएंगी और ज्यादातर राज्यों के लिए सीट आवंटन की घोषणा की जाएगी।

चतुर्वेदी ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा, "तृणमूल कांग्रेस की तरह मैं भी यही कहूंगी कि कांग्रेस को और ज्यादा ‘बड़ा दिल’ दिखाना होगा, यह देखते हुए कि हम अपने जीवन की लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि उन लाखों और अरबों लोगों की जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे हैं, जो इस देश में मायने रखते हैं।"


महाराष्ट्र में सीट बंटवारे पर उन्होंने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि चीजें सुचारू रूप से आगे बढ़ेंगी।" उन्होंने कहा कि कुछ सीट को छोड़कर ज्यादातर सीट पर फैसला हो चुका है और सीट की लिस्ट ‘जल्द ही जारी’ की जाएगी।

TMC अब भी ‘I.N.D.I.A.’ का हिस्सा बनी हुई है

कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेताओं के बीच सार्वजनिक विवाद के बीच चतुर्वेदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारा नहीं हुआ है, लेकिन टीएमसी ‘I.N.D.I.A.’ का हिस्सा बनी हुई है और BJP को हराने के लिहाज से ममता बनर्जी सबसे ‘आश्वस्त स्थिति’ में हैं।’’

चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने सीट बंटवारे को अंतिम रूप नहीं दिया है और उसके 42 सहयोगियों में से किसी को भी सीट आवंटन के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

चतुर्वेदी ने RJD में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल-यूनाइटेड (JDU) के दोबारा शामिल होने लेकर भी BJP पर कटाक्ष किया। उन्होंने पूछा, "अगर उन्हें इतना भरोसा है कि वे भारत के लोगों का विश्वास जीतने जा रहे हैं और 400 से ज्यादा सीट जीतेंगे, तो उस व्यक्ति के लिए रेड कारपेट बिछाने की क्या जरूरत है, जो ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा था।’’

TMC प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने राज्य में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकालने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के 40 सीट भी जीतने की संभावना नहीं है।

ममता ने शुक्रवार को कहा था, "मैंने प्रस्ताव दिया कि कांग्रेस उन 300 सीट पर चुनाव लड़े (जहां भाजपा मुख्य विपक्ष है), लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान देने से इनकार कर दिया। अब वे राज्य में मुस्लिम मतदाताओं को उद्वेलित करने के लिए पहुंचे हैं, मुझे संदेह है कि अगर वे 300 सीट पर चुनाव लड़े, तो क्या इनमें से 40 सीट भी सुरक्षित कर पाएंगे।"

एक दूसरे पर विश्वास करने के जरूरत

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के महासचिव डी. राजा ने रविवार को कहा कि पिछले साल पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों से उचित सबक लेने के बाद ‘इंडिया’ के घटक दलों को एक-दूसरे पर विश्वास करना चाहिए।

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, राजा ने कहा, "आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस को वाम दलों और अन्य दलों को सीट देने में अधिक उदार होना चाहिए।"

रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) के एन. के. प्रेमचंद्रन ने कहा कि विपक्ष को सीट-बंटवारे की चर्चा और राज्यवार चुनावी रणनीति के मामले में ज्यादा गंभीर होना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को नेतृत्व करने के साथ-साथ चर्चा शुरू करनी होगी और कार्यक्रम, नीति और घोषणापत्र तैयार करना होगा।

उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण समय है और लोग कांग्रेस एवं समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों की ओर देख रहे हैं। केरल के सांसद प्रेमचंद्रन ने कहा कि नीतीश कुमार गठबंधन छोड़ चुके हैं, ममता बनर्जी का रुख ‘अलग’ है और अरविंद केजरीवाल भी मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम से ‘खुश नहीं’ हैं।

प्रेमचंद्रन को लगा कि नीतीश कुमार के बाहर होने से ‘इंडिया’ को फायदा होगा, क्योंकि लोग JDU प्रमुख के ‘अवसरवादी’ व्यवहार का समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि बिहार के लोगों की ओर से बड़ी प्रतिक्रिया आएगी और यह अगले चुनाव में दिखाई देगी।"

लोकसभा सांसद दानिश अली ने उम्मीद जताई कि उत्तर प्रदेश में सीट बंटवारे पर बातचीत को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा और गठबंधन के सहयोगी दल एकजुट रहेंगे। हाल ही में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की तरफ से निलंबित किए गए अली ने कहा, "विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ निश्चित रूप से एकजुट है और आगामी चुनावों में भाजपा के एक मजबूत विकल्प के रूप में उभरेगा।"

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