महाराष्ट्र के पूर्व गवर्नर पीसी एलेक्जेंडर ने अपनी किताब 'पेरिल्स ऑफ डेमोक्रेसी' में लिखा था कि राजनीति में गठबंधन ज्यादा समय तक नहीं टिकते। सहयोगी दलों में मतभेद शुरू होता है फिर वे अपनी अलग राह पकड़ लेते हैं। यह बात आज महाराष्ट्र की राजनीति में 100 फीसदी सही दिख रही है। खासकर लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद यह मतभेद सामने आ गया है। यह मतभेद राज्य के दोनों गठबंधन में दिख रहा है। इस साल के आखिर में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राज्य में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं।