प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजू जनता दल के साथ गठबंधन नहीं हो पाने के बाद ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी के अकेले चुनाव लड़ने की बात कही, यहां तक कि उन्होंने नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली पार्टी पर हमला भी बोला। News18 के ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी, News18 कन्नड़ के एडिटर हरिप्रसाद और News18 लोकमत के एंकर विलास बड़े को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी ने हमेशा ओडिशा में अलग से काम किया है। उन्होंने कहा कि बीजद कई दूसरे दलों की तरह केंद्र में मुद्दा-आधारित समर्थन की पेशकश कर रहा है। वो महत्वपूर्ण विधेयकों के पारित होने के दौरान राज्यसभा में बीजद की ओर से बीजेपी का समर्थन करने का जिक्र कर रहे थे।
हालांकि, पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि बीजेडी शासन के तहत, ओडिशा की पहचान "खतरे में" है।
PM मोदी ने पूछा, "ओडिशा की अस्मिता खतरे में है। उड़िया भाषा खतरे में! मुझे नहीं लगता कि ओडिशा के लोग इसे ज्यादा दिनों तक बर्दाश्त कर पाएंगे। इसके पास इतने संसाधन हैं कि आज ओडिशा भारत का सबसे अमीर राज्य हो सकता था, लेकिन ये कैसी स्थिति बना दी गई है?”
उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए बीजेपी को ओडिशा की सेवा करने का मौका मिलना चाहिए। ओडिशा में विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ चार चरणों में होंगे।
नवीन पटनायक 2000 से राज्य के मुख्यमंत्री हैं और 2024 के चुनावों में रिकॉर्ड छठे कार्यकाल पर नजर गड़ाए हुए हैं। हालांकि, गठबंधन नहीं होने के कारण, बीजेपी पटनायक को पद से हटाने पर विचार कर रही है।
कैसे बिगड़ी BJP और BJD की बात?
भुवनेश्वर और दिल्ली में काफी विचार-विमर्श के बाद, BJD और BJP ने गठबंधन नहीं करने का फैसला किया है। ओडिशा बीजेपी अध्यक्ष मनमोहन सामल ने शुक्रवार को घोषणा की कि पार्टी आने वाले समय में सभी 21 लोकसभा सीटों और 147 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
जैसा कि हाल ही में बातचीत शुरू हुई, ऐसा देखा गया कि केंद्रीय BJP BJD के साथ गठबंधन के खिलाफ नहीं है, भले ही राज्य इकाई ने विरोध किया हो।
राज्य में BJP का जनाधार बढ़ रही है और अब साफतौर से नंबर दो पर है, कांग्रेस काफी पीछे है। ओडिशा बीजेपी नेताओं ने तर्क दिया कि पार्टी को गठबंधन में प्रवेश करने और विपक्ष की जगह छोड़ने की कोई जरूरी नहीं है।