Ram Navami 2024: देशभर में आज (17 अप्रैल) रामनवमी का उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बीच, रामनवमी पर पश्चिम बंगाल पुलिस हाई अलर्ट पर है। दरअसल, राज्यभर में हिंदू जागरण मंच 5000 धार्मिक जुलूस निकालने का ऐलान किया है। एक बयान में कहा गया है कि हिंदू मंच करीब 5,000 शोभायात्राएं निकलेगा या फिर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में रामनवमी समारोह से पहले किसी भी सांप्रदायिक तनाव को रोकने के लिए पश्चिम बंगाल में कई पुलिस स्टेशन हाई अलर्ट पर हैं।
हिंदू जागरण मंच कथित तौर पर राज्य के सभी जिलों में वार्ड या पंचायत स्तर पर लगभग 5,000 धार्मिक जुलूस निकालेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुडे हिंदू संगठन ने बारासात, सिलीगुड़ी और कोलकाता के बड़ाबाजार में बड़े जुलूस की भी योजना बनाई है।
अखबार ने बताया कि हुगली, हावड़ा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर, आसनसोल और बैरकपुर में जिला प्रशासन भी अलर्ट पर है, जहां पहले रामनवमी उत्सव के दौरान सांप्रदायिक तनाव हुआ था। पुलिस ने कहा है कि कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटा जाएगा।
एक अज्ञात पुलिस अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "त्योहार के अवसर पर जुलूस के दौरान हथियारों के सार्वजनिक प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी। कुछ पारंपरिक समूहों और अखाड़ों को अनुमति दी गई है। यहां तक कि उनके जुलूसों की भी वीडियोग्राफी की जाएगी।"
बता दें कि रामनवमी उत्सव हाल के वर्षों में एक राजनीतिक युद्ध के मैदान में बदल गया है। पिछले साल रामनवमी में 30 मार्च को हावड़ा में झड़पें भड़क उठी थीं। बाद में यह दो अन्य जिलों, उत्तरी दिनाजपुर और हुगली में फैल गईं। इनमें 10 लोग घायल हो गए थे।
हाई कोर्ट से ममता सरकार को झटका
इस सप्ताह की शुरुआत में कलकत्ता हाई कोर्ट ने सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) और अंजनी पुत्र सेना को कुछ शर्तें लगाते हुए 17 अप्रैल को हावड़ा में रामनवमी जुलूस निकालने की अनुमति दे दी थी। राज्य सरकार ने वैकल्पिक मार्ग का प्रस्ताव देते हुए जुलूस को रोकने की मांग की थी। इस बीच, हिंदू जागरण मंच ने कहा कि उसे उम्मीद है कि बुधवार को रामनवमी के जुलूस में लाखों लोग शामिल होंगे।
हिंदू जागरण मंच के सदस्य सुभाजीत रॉय मंच ने अखबार को बताया, "हमारे कुछ जुलूसों में लाखों लोगों के भाग लेने की संभावना है। यह हमारे लिए बहुत बड़ा दिन है। जहां तक कानून व्यवस्था बनाए रखने की बात है तो पुलिस को इसका ध्यान रखना चाहिए। मैं लोगों से बस यह सुनिश्चित करने की अपील करना चाहूंगा कि सभी धर्मों के लोगों को अपने त्योहार समान रूप से मनाने की अनुमति दी जाए और दूसरों को कोई बाधा उत्पन्न नहीं करनी चाहिए।"