West Bengal Lok Sabha Polls 2024: पश्चिम बंगाल में शुक्रवार 19 अप्रैल को एक बार फिर राजनीतिक हिंसा देखी गई। 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत कूच बिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी सीटों पर मतदान हो रहा है। इस बीच बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वर्कर्स में झड़प की घटना सामने आई। दोनों ही पार्टियों ने एक-दूसरे पर अपने पोल एजेंटों और कार्यकर्ताओं को चोट पहुंचाने और राज्य में चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने का आरोप लगाया। पश्चिम बंगाल में सुबह 11 बजे तक 33.56% वोटिंग हुई।
राज्य में अपना प्रदर्शन बेहतर करने की कोशिश कर रही भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कूच बिहार के चंदामारी इलाके में पथराव किया, जिसके कारण बीजेपी के बूथ अध्यक्ष को चोटें आईं। यह भी आरोप लगाया कि उनके पोलिंग एजेंट बिस्वनाथ पॉल का टीएमसी कार्यकर्ताओं ने एक पोल बूथ से अपहरण कर लिया था। हालांकि बीडीओ ने चुनाव आयोग को अपनी रिपोर्ट में कहा कि पॉल, मतदाता सूची लेने के लिए घर गए थे और ड्यूटी पर वापस आ गए थे।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने यह भी दावा किया कि नटबारी में उन पर हमला किया गया और घायल कार्यकर्ताओं को कूच बिहार के तूफानगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा बीजेपी का यह भी आरोप है कि टीएमसी द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं के घरों को नष्ट कर दिया गया।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी ने भी भाजपा पर राज्य में हिंसा कराने का आरोप लगाया है। ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता निसिथ प्रमाणिक अपने पद का इस्तेमाल अपने कार्यालय में हथियार जमा करने के लिए कर रहे हैं। टीएमसी ने इस संबंध में चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा है। पार्टी ने यह भी कहा कि भाजपा समर्थकों ने तूफानगंज-द्वितीय ब्लॉक में बरोकोडाली- I ग्राम पंचायत के हरिरहाट क्षेत्र में एक अस्थायी चुनाव कार्यालय में आग लगाई। साथ ही अलीपुरद्वार में एक टीएमसी पोलिंग एजेंट पर हमला किया। इसके अलावा AITC ब्लॉक अध्यक्ष, भेटागुड़ी, अनंत बर्मन पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने बेरहमी से हमला किया और फिलहाल उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
यह भी आरोप लगाया कि भाजपा नेता रतन बर्मन, अजीत महंतो और हिरेन महंतो ने बम फेंके और एआईटीसी बूथ एजेंटों पर हमला किया, जिससे हिंसा भड़क गई। अभी तक TMC ने BJP के खिलाफ चुनाव आयोग को 21 शिकायतें की हैं।