West Bengal Lok Sabha Election 2024 Phase 1: पश्चिम बंगाल में कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी लोकसभा सीटों पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच शुक्रवार (19 अप्रैल) को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान समाप्त हो हुआ। पश्चिम बंगाल में शाम 5 बजे तक के सामने आए आंकड़ों के मुताबिक 77.57 प्रतिशत मतदाताओं में वोट किया। एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक जारी रहा। उन्होंने कहा, "पहले घंटे में मतदान शांतिपूर्ण रहा। किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।" केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक समेत कुल 37 उम्मीदवार राज्य के उत्तरी हिस्से के इन तीन निर्वाचन क्षेत्रों से चुनावी मैदान में हैं।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के जलपाईगुड़ी से उम्मीदवार देबराज बर्मन ने मतदान के पहले घंटे में ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया और कहा कि वह दिनभर में विभिन्न बूथ का दौरा करेंगे। इन तीन सीटों पर कुल 56.26 लाख लोग मतदान करने के पात्र हैं। तीनों सीटें आरक्षित हैं। कूचबिहार और जलपाईगुड़ी अनुसूचित जाति के लिए और अलीपुरद्वार अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
निर्वाचन आयोग ने 746 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया है जिनमें से 391 जलपाईगुड़ी में, 196 कूचबिहार और 159 अलीपुरद्वार में हैं। इस बीच, केंद्रीय बल के जवान कुमार नीलू की बृहस्पतिवार रात को मौत हो गयी। वह कूचबिहार में माथाभांगा के बेलतला में एक मतदान केंद्र में तैनात था।
एक अधिकारी ने बताया, :वह बिहार से था और त्वरित कार्रवाई दल (क्यूआरटी) का हिस्सा था। उसने नाक और मुंह से खून निकलने की शिकायत की और उसे एक अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गयी।" उन्होंने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
छिटपुट घटनाओं से मतदान प्रभावित
पश्चिम बंगाल में हिंसा के लिहाज से संवेदनशील कूचबिहार निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के साथ ही लोकसभा चुनाव के पहले चरण में तीन संसदीय सीटों पर हिंसा की छिटपुट घटनाएं दर्ज की गईं। टीएमसी और भाजपा के सूत्रों ने बताया कि दोनों दलों ने मतदान के पहले कुछ घंटों में चुनावी हिंसा, मतदाताओं को धमकाने और चुनाव एजेंटों पर हमलों संबंधी क्रमश: 80 तथा 39 शिकायतें दर्ज कराई हैं। ज्यादातर शिकायतें कूचबिहार और अलीपुरद्वार निर्वाचन क्षेत्र से दर्ज करायी गई हैं।
अधिकारियों के अनुसार, सुबह 11 बजे तक कूचबिहार में 33.68 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया जबकि अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी में क्रमश: 35.20 और 31.94 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। तीनों लोकसभा सीटें आरक्षित हैं। कूचबिहार तथा जलपाईगुड़ी अनुसूचित जाति के लिए और अलीपुरद्वार अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के नेता निशीथ प्रमाणिक समेत कुल 37 उम्मीदवार राज्य के उत्तरी हिस्से के इन तीन निर्वाचन क्षेत्रों से चुनावी मैदान में हैं। भाजपा ने इन आरोपों से इनकार किया और टीएमसी पर मतदाताओं को धमकाने का आरोप लगाया।
राज्य में हिंसा के लिहाज से सबसे संवदेनशील इलाकों में से एक सीतलकुची में पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान व्यापक हिंसा देखी गयी थी जिसमें केंद्रीय बलों की गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गयी थी। टीवी पर प्रसारित फुटेज में दिखाया गया है कि जिले के माथाभांगा इलाके में टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई जिसमें दोनों पक्षों के लोगों को चोटें आई हैं।
माथाभांगा के एक अन्य इलाके में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने इन आरोपों के बाद प्रदर्शन किया कि केंद्रीय बल इलाके में कुछ बूथों पर मतों से छेड़छाड़ करने में भाजपा कार्यकर्ताओं की मदद कर रहे हैं। बेथगुड़ी से टीएमसी के मंडल अध्यक्ष अनंत बर्मन को कथित तौर पर भाजपा सदस्यों द्वारा पीटे जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। भाजपा की जिला इकाई ने इन आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि कई इलाकों में वे हिंसा का शिकार हो रहे हैं।