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Adani Power Q1 Result: जून तिमाही में 15% गिरा मुनाफा, नतीजे आते ही अदाणी पावर के शेयरों को लगा शॉक

Adani Power Q1 Result: अदाणी ग्रुप की पावर इकाई अदाणी पावर के लिए चालू वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत खास नहीं रही। कंसालिडेट लेवल पर कंपनी का न सिर्फ मुनाफा गिर गया बल्कि रेवेन्यू में भी गिरावट आई। कारोबारी नतीजे के साथ-साथ कंपनी ने स्टॉक स्प्लिट से भी जुड़ा एक बड़ा ऐलान किया है। चेक करें कारोबारी नतीजे की खास बातें और स्टॉक स्प्लिट रेश्यो

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Aug 01, 2025 पर 4:25 PM
Adani Power Q1 Result: जून तिमाही में 15% गिरा मुनाफा, नतीजे आते ही अदाणी पावर के शेयरों को लगा शॉक
Adani Power Q1 Result: अदाणी पावर को जून तिमाही में करारा झटका लगा। चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में अदाणी ग्रुप की पावर कंपनी का मुनाफा 15% से अधिक गिर गया और रेवेन्यू भी कंसालिडेटेड लेवल पर सालाना आधार पर 5% से अधिक फिसल गया।

Adani Power Q1 Result: अदाणी पावर को जून तिमाही में करारा झटका लगा। चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में अदाणी ग्रुप की पावर कंपनी का मुनाफा 15% से अधिक गिर गया और रेवेन्यू भी कंसालिडेटेड लेवल पर सालाना आधार पर 5% से अधिक फिसल गया। इसके चलते शेयरों को भी करारा झटका लगा और शुरुआती हल्की उठा-पटक के बाद एकाएक नीचे फिसल गया। आज बीएसई पर यगह 3.52% की गिरावट के साथ ₹566.75 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 3.97% टूटकर ₹564.10 तक आ गया था। कंपनी ने कारोबारी नतीजे के साथ-साथ स्टॉक स्प्लिट को लेकर भी ऐलान किया है।

Adani Power Q1 Result: खास बातें

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में सालाना आधार पर अदाणी पावर का कंसालिडेट लेवल पर शुद्ध मुनाफा ₹3,912.79 करोड़ से 15.53% फिसलकर ₹3,305.13 करोड़ पर आ गया। इस दौरान कंपनी का कंसालिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू भी ₹14,955.63 करोड़ से 5.66% टूटकर ₹14,109.15 करोड़ पर आ गया। कंपनी का कहना है कि मिलने वाले व्यापारिक शुल्क में कमी और हालिया अधिग्रहणों के चलते बढ़े खर्च ने ही मुनाफा गिरा दिया। वहीं रेवेन्यू की बात करें तो विदेशों से मंगाए गए कोयले की कीमतों में उतार-चढ़ाव के चलते इसे झटका लगा।

ऑपरेटिंग लेवल पर बात करें तो रेवेन्यू घटने और बढ़े हुए ऑपरेटिंग कॉस्ट के चलते कंपनी का ईबीआईटीडीए यानी ऑपरेटिंग प्रॉफिट इस दौरान ₹6,290 करोड़ से 8.68% टूटकर ₹5,744 करोड़ पर आ गया। जून तिमाही में कंपनी की इंस्टॉल्ड कैपसिटी सालाना आधार पर 15,250 MW से 15% बढ़कर 17,550 MW पर पहुंच गई। हालांकि इस विस्तार के बावजूद प्लांट लोड फैक्टर (PLF) 78% से गिरकर 67% पर आ गया जो ऑपरेशनल एफिसिएंसी में गिरावट को दिखाता है। इस दौरान यूनिट्स की बिक्री में उछाल रही और यह सालाना आधार पर 24.2 अरब यूनिट से बढ़कर 24.6 अरब यूनिट पर पहुंच गया।

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