पाकिस्तान और श्रीलंका की दशकों की उच्च उधारी लागत मंगलवार को सुर्खियों में रहेगी। इसकी वजह ये है कि उच्च मुद्रास्फीति और कर्ज की समस्या बनी हुई है। पाकिस्तान और श्रीलंका में मौद्रिक स्थितियां इस समय पहले से ही दशकों - क्रमशः 25 साल और 21 साल में सबसे सख्त नजर आ रही हैं। कर्ज संकट और फंडिंग संकट की वजह से एशिया की सबसे तेज मुद्रास्फीति दर पर लगाम लगाने के लिए ये सख्त की गई हैं। कीमतों पर अड़ियल दबाव की वजह से सख्ती और बढ़ सकती है। वहीं ब्लूमबर्ग सर्वेक्षण में 37 अर्थशास्त्रियों में से चौबीस ने पाकिस्तान के लिए 100-300 बेसिस प्वाइंट्स की वृद्धि की उम्मीद की है। जबकि तीन ने सोमवार के टारगेट रेट को होल्ड करने का अनुमान लगाया है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान द्वारा स्थानीय समयानुसार शाम 4 बजे के आसपास इस बारे में निर्णय की घोषणा किये जाने की उम्मीद है।