Banking Stocks: म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) का फोकस इस समय मंझले आकार के प्राइवेट बैंकों पर है। मनीकंट्रोल की एनालिसिस में ये बातें सामने आई हैं। इसमें पांच निजी बैंकों की एनालिसिस की गई जिसमें सामने आया कि इसमें से चार बैंकों में म्यूचुअल फंडों ने हिस्सेदारी बढ़ाई है और एक बैंक में म्यूचुअल फंड ने हिस्सेदारी घटाई है लेकिन अब भी उनकी हिस्सेदारी मजबूत लेवल पर है। इसमें जिन बैंकों को लेकर एनालिसिस की गई, उनमें फेडरल बैंक (Federal Bank), आरबीएल बैंक (RBL Bank), साउथ इंडियन बैंक (South Indian Bank), बंधन बैंक (Bandhan Bank) और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) शामिल हैं। इसमें से सिर्फ आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में म्यूचुअल फंडों ने हिस्सेदारी घटाई है।
कितनी घटी-बढ़ी हिस्सेदारी
जून तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक फेडरल बैंक में म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी सालाना आधार पर 32.64 फीसदी से बढ़कर 34.91 फीसदी, आरबीएल बैंक में हिस्सेदारी 6.71 फीसदी से बढ़कर 11.64 फीसदी पर पहुंच गई। बंधन बैंक में म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी बढ़कर 6.73 फीसदी से बढ़कर 7.49 फीसदी पर पहुंच गई। इसके अलावा पिछले साल जून तिमाही में म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो में साउथ इंडियन बैंक नहीं था लेकिन इस जून तिमाही में उन्होंने 0.91 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली। वहीं दूसरी तरफ इस दौरान आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में हिस्सेदारी 5.19 फीसदी से घटकर 2.78 फीसदी पर आ गई।
Mutual Funds क्यों बढ़ा रहे हिस्सेदारी
एक्सपर्ट्स के मुताबिक पिछले कुछ महीने में बैंकों ने मजबूत ग्रोथ और प्रॉफिट दिखाया जिसके चलते निवेशकों की दिलचस्पी इनमें बढ़ रही है। जैसे कि फेडरल बैंक को जून 2023 तिमाही में 854 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जबकि पिछले साल समान अवधि में 600 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। साउथ इंडियन बैंक ने का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर जून तिमाही में 115 करोड़ रुपये से उछलकर 202.3 करोड़ रुपये, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का नेट प्रॉफिट 61 फीसदी उछलकर 765 करोड़ रुपये और आरबीएल बैंक का नेट प्रॉफिट 201 करोड़ रुपये से बढ़कर 288 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान सिर्फ बंधन बैंक अपवाद रहा और इसका नेट प्रॉफिट 886 करोड़ रुपये से गिरकर 721 करोड़ रुपये पर आ गया। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी केयरऐज (CareEdge) के लीड एनालिस्ट विजय सिंह गौड़ के मुताबिक बैंकों की मजबूत ग्रोथ और हेल्दी एसेट क्वालिटी ने बैंकिंग स्पेस को लेकर निवेशकों का सेंटिमेंट बेहतर किया है।
इसके अलावा एक्सपर्ट्स का मानना है कि इन बैंकों के शेयरों की तेजी ने भी म्यूचुअल फंडों को आकर्षित किया है। जैसे कि फेडरल बैंक के शेयर जून 2022 तिमाही में 80.40 रुपये से उछलकर जून 2023 तिमाही में 119.71 रुपये, साउथ इंडियन बैंक 7.25 रुपये से उछलकर 15.09 रुपये, आरबीएल बैंक 71.89 रुपये से 102.25 रुपये पर पहुंच गया। बंधन बैंक जरूर अपवाद रहा जिसके शेयर 30 जून 2022 को 258.49 रुपये पर थे और जून 2023 को गिरकर 206.98 रुपये पर आ गए। एक बैंकिंग एनालिस्ट के मुताबिक शेयरों में तेजी के रुझान, मजबूत फंडामेंटल और ओवरऑल ग्रोथ से निवेशकों की दिलचस्पी को सपोर्ट मिलेगा।