फाइनेंशियल सर्विसेज मुहैया कराने वाली रेलिगेयर एंटरप्राइजेज (Religare Enterprises) के शेयर आज मार्केट खुलते ही धड़ाम हो गए। इसकी वजह ये है कि बर्मन ग्रुप (Burman Group) की कंपनियों एमबी फिनमार्ट, पुराण एसोसिएट्स और वीआईसी एंटरप्राइजेज और मिल्की इनवेस्टमेंट एंड ट्रेडिंग ने मिलकर इसके शेयरों की खरीदारी के लिए जिस भाव का ऐलान किया है, वह काफी ज्यादा डिस्काउंट पर है। इसके चलते रेलिगेयर के शेयर मार्केट खुलते ही 7 फीसदी से अधिक टूट गए। कारोबार आगे बढ़ने पर फिर भाव में रिकवरी हुई लेकिन अभी भी यह काफी कमजोर है। इसके शेयर आज BSE पर 7.08 फीसदी की गिरावट के साथ 253.15 रुपये (Religare Share Price) पर बंद हुए हैं। इंट्रा-डे में यह 251.10 रुपये तक आ गया था।
किस भाव पर है खरीदारी का ऑफर
एमबी फिनमार्ट, पुराण एसोसिएट्स और वीआईसी एंटरप्राइजेज और मिल्की इनवेस्टमेंट एंड ट्रेडिंग ने मिलकर रेलिगेयर के 9,00,42,541 फुल्ली पेड-अपर इक्विटी शेयरों को खरीदने का ऐलान किया है। इसके लिए ये कंपनियां 235 रुपये का भाव दे रही हैं यानी पूरे सौदे की वैल्यू करीब 2115 करोड़ रुपये है। हालांकि निवेशकों के बीच इस ओपन ऑफर को लेकर निगेटिव सेंटिमेंट इसलिए बना क्योंकि यह भाव शुक्रवार को बंद भाव 272.45 रुपये से करीब 14 फीसदी डिस्काउंट पर है। इसी के चलते आज रेलिगेयर के शेयर धड़ाम हो गए।
Open Offer क्यों लाना पड़ा
रेलिगेयर ने एक्सचेंज फाइलिंग में जो जानकारी दी थी, उसके मुताबिक बर्मन ग्रुप की कंपनियां इस पर अपना नियंत्रण रखना चाहती है जिसके चलते यह ओपन ऑफर लाया जा रहा है। बाजार नियामक सेबी के मुताबिक किसी लिस्टेड कंपनी में 25 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर ही लाना पड़ता है। जिन कंपनियों ने ओपन ऑफर लाया है, वे सभी बर्मन ग्रुप (Burman Group) की हैं और अभी इनकी रेलिगेयर में 26.52 फीसदी हिस्सेदारी है। बर्मन फैमिली ने जो ऑफर लाया है, वह करीब 26 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। अब अगर इस ओपन ऑफर के जरिए बर्मन फैमिली पूरे शेयर खरीद लेती है तो इसकी रेलिगेयर में 53.94 फीसदी यानी मेजॉरिटी हिस्सेदारी हो जाएगी।
रेलिगेयर एंटरप्राइजेज 400 से अधिक शहरों में कई प्रकार की फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे कि SME को लोन, अफोर्डेबल हाउसिंग फाइनेंस, हेल्थ इंश्योरेंस और रिटेल ब्रोकिंग इत्यादि मुहैया कराती है। वित्तीय सेहत की बात करें तो इस वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2023 में इसका शुद्ध घाटा सालाना आधार पर 14 करोड़ रुपये से घटकर 6 करोड़ रुपये पर आ गया। इस दौरान रेवेन्यू भी 7 करोड़ रुपये से बढ़कर 8 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंसालिडेटेड बेसिस पर रेलिगेयर एंटरप्राइजेज को जून 2023 तिमाही में 93 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में इसे 76 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।