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Bharat Forge की नॉन-ऑटो बिजनेस पर फोकस बढ़ाने की रणनीति कामयाब हो रही है, अप्रैल से 14% चढ़े शेयर

भारत फोर्ज के जून तिमाही के नतीजों से पता चलता है कि नॉन-कोर बिजनेस से जुड़े आर्डर बढ़ रहे हैं। इनमें से ज्यादातर बिजनेसेज पर कंपनी ने पिछले एक दशक में फोकस किया है। अब प्रॉफिट और रेवेन्यू में योगदान करने के लिए ये तैयार हैं। इससे कंपनी को ऑटो सेक्टर में साइक्लिकल डाउनटर्न की भरपाई करने में भी मदद मिलेगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 22, 2023 पर 6:25 PM
Bharat Forge की नॉन-ऑटो बिजनेस पर फोकस बढ़ाने की रणनीति कामयाब हो रही है, अप्रैल से 14% चढ़े शेयर
अभी कंपनी के कुल रेवेन्यू में ऑटो बिजनेस की 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है। कंपनी ने डोमेस्टिक पैसेंजर्स व्हीकल्स सप्लाई में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई है।

Bharat Forge एक दशक से ज्यादा समय से नॉन-ऑटो बिजनेस में जगह बनाने की कोशिश करती आ रही है। अब उसकी कोशिशों का असर दिख रहा है। 21 अगस्त को कंपनी के शेयर का प्राइस 981 रुपये पर पहुंच गया, जो इसका ऑल-टाइम हाई है। 1 अप्रैल से यह स्टॉक 14 फीसदी चढ़ चुका है। इसकी वजह यह है कि इसकी सब्सिडियरी कंपनी को बख्तरबंद व्हीकल के चेसिस और कंपोनेंट बनाने का बड़ा ऑर्डर मिला है। इसके साथ ही नॉन-ऑटो बिजनेसेज में पिछली कुछ तिमाहियों में मिले ऑर्डर से पता चलता है कि कंपनी ऑटो सेक्टर पर अपनी निर्भरता कम करने की दिशा में बढ़ रही है।

नॉन-कोर बिजनेस के ऑर्डर्स बढ़ रहे हें

भारत फोर्ज के जून तिमाही के नतीजों से पता चलता है कि नॉन-कोर बिजनेस से जुड़े आर्डर बढ़ रहे हैं। इनमें से ज्यादातर बिजनेसेज पर कंपनी ने पिछले एक दशक में फोकस किया है। अब प्रॉफिट और रेवेन्यू में योगदान करने के लिए ये तैयार हैं। इससे कंपनी को ऑटो सेक्टर में साइक्लिकल डाउनटर्न की भरपाई करने में भी मदद मिलेगी। कंपनी के कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू में एयरोस्पेस और डिफेंस से जुड़े ऑर्डर्स की हिस्सेदारी करीब 10-16 फीसदी पहुंच गई है। इनमें घरेलू मार्केट और फॉरेन मार्केट से मिले ऑर्डर शामिल हैं।

डिफेंस सिस्टम्स/सॉल्यूशंस और कंपोनेंट का एक्सपोर्ट फायदेमंद

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