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Stocks On Broker's Radar: इंडसइंड बैंक, डेल्हीवेरी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और डिक्सन टेक्नोलॉजीज के स्टॉक्स आज ब्रोकरेज के रडार पर

IndusInd Bank पर मॉर्गन स्टैनली ने कहा कि बैंक की ये कमजोर तिमाही रही। इसका सालाना आधार पर डिपॉजिट/लोन ग्रोथ घटकर 7%/1% पर आ गया। ब्रोकरेज का कहना है कि मार्केट शेयर में काफी गिरावट देखने को मिली। MFI सेगमेंट के एसेट क्वालिटी पर नजर रहेगी। ब्रोकरेज ने इस पर इक्वल-वेट कॉल दिया है। इसका टारगेट प्राइस 1,105 रुपये प्रति शेयर तय किया है

Edited By: Sunil Guptaअपडेटेड Apr 07, 2025 पर 6:25 PM
Stocks On Broker's Radar: इंडसइंड बैंक, डेल्हीवेरी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और डिक्सन टेक्नोलॉजीज के स्टॉक्स आज ब्रोकरेज के रडार पर
Dixon Technologies पर एचएसबीसी ने खरीदारी का नजरिया दिया है। ब्रोकरेज ने इस स्टॉक पर 20000 का टारगेट प्राइस तय किया है

Stocks On Broker's Radar: इंडसइंड बैंक ने बेहद खराब Q4 अपडेट जारी किया। बैंक के नेट एडवांसेज में सालाना आधार पर डेढ परसेंट की बढ़ोतरी देखने को मिली। लेकिन तिमाही आधार पर 5 परसेंट से ज्यादा की गिरावट नजर आई। वहीं डिपॉजिट में सालाना 6.8% की ग्रोथ रही। तिमाही आधार पर सिर्फ 0.4% ग्रोथ रही। दूसरी तरफ CASA में साढ़े सात परसेंट की गिरावट देखने को मिली। मॉर्गन स्टैनली ने इस पर इक्वल-वेट रेटिंग दी है। इसके अलावा Delhivery, Ecom एक्सप्रेस को 1400 करोड़ रुपये में खरीदेगी। Ecom में 99.4% हिस्सा खरीद को बोर्ड की मंजूरी मिली है। ब्रोकरेज ने इस पर भी इक्वल वेट नजरिया अपनाया है। इसके साथ ही आज ब्रोकरेज के रडार पर रिलायंस इंडस्ट्रीज और डिक्सन टेक्नोलॉजीज के स्टॉक्स आ गये हैं। जानते हैं किस ब्रोकरेज ने किस स्टॉक्स पर कौन सी रेटिंग दी और क्या टारगेट प्राइस तय किया।

MS ON INDUSIND BANK

मॉर्गन स्टैनली ने इंडसइंड बैंक पर राय देते हुए कहा कि बैंक की ये कमजोर तिमाही रही। इसका सालाना आधार पर डिपॉजिट/लोन ग्रोथ घटकर 7%/1% पर आ गया। मार्केट शेयर में काफी गिरावट देखने को मिली। मार्जिन और एसेट क्वालिटी पर नजर रहेगी। MFI सेगमेंट के एसेट क्वालिटी पर नजर रहेगी। ब्रोकरेज ने इस पर इक्वल-वेट कॉल दिया है। इसका टारगेट प्राइस 1,105 रुपये प्रति शेयर तय किया है।

MORGAN STANLEY ON DELHIVERY

मॉर्गन स्टैनली ने डेल्हीवरी पर इक्वल-वेट रेटिंग दी है। इसका लक्ष्य 320 रुपये प्रति शेयर तय किया है। उनका कहना है कि Ecom Express के अधिग्रहण से कंसॉलिडेशन के संकेत नजर आये हैं। ये वैल्यू रियलाइजेशन, रेवेन्यू बरकरार रखने के लिए अहम है। पावर बैलेंस थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक कंपनी की तरफ शिफ्ट होगा।

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