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BSE 500 Stocks: कमजोर अर्निंग और FII की बकवाली ने BSE 500 पर बनाया दबाव, 75% शेयरों में दिया सपाट से निगेटिव रिटर्न

BSE 500 Stocks : ताजे आंकड़ों से पता चलता है कि कंपनियों के कमजोर प्रदर्शन और FII की बकवाली ने बीएसई 500 पर दबाव बनाया है। पिछले साल से अब तक इस इंडेक्स के 75 फीसदी शेयरों ने निगेटिव या सपाट रिटर्न दिया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 17, 2025 पर 11:43 AM
BSE 500 Stocks: कमजोर अर्निंग और FII की बकवाली ने BSE 500 पर बनाया दबाव, 75% शेयरों में दिया सपाट से निगेटिव रिटर्न
व्यापक केरक्शन के बावजूद, इन कमजोर प्रदर्शन करने वाले शेयरों में से लगभग आधे अभी भी वन ईयर फॉर्वड बेसिस पर अपने लॉन्ग टर्म प्राइस-टू- अर्निंग्स मल्टिपल से ऊपर कारोबार कर रहे हैं

BSE 500 Stocks: कमजोर अर्निंग,महंगे वैल्यूएशन और विदेशी निवेशकों की बकवाली से ब्रॉडर मार्केट पर दबाव बना है। इसके चलते घरेलू इक्विटी बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। पिछले साल BSE 500 इंडेक्स के लगभग 75 फीसदी शेयरों ने सपाट या निगेटिव रिटर्न दिया है। इस इंडेक्स में शामिल 500 में से लगभग 370 शेयरों का प्रदर्शन कमजोर रहा है। 50 शेयरों में मामूली बढ़त देखने को मिली है।

इस अवधि के दौरान बीएसई 500 में लगभग 3 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि सेंसेक्स और निफ्टी में एक-एक प्रतिशत की गिरावट आई है। व्यापक केरक्शन के बावजूद, इन कमजोर प्रदर्शन करने वाले शेयरों में से लगभग आधे अभी भी वन ईयर फॉर्वड बेसिस पर अपने लॉन्ग टर्म प्राइस-टू- अर्निंग्स मल्टिपल से ऊपर कारोबार कर रहे हैं।

मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों के वैल्यूएशन काफी महंगे

कई एनालिस्ट्स का मानना है कि 2023-24 में आई जोरदार तेज़ी के बाद कई मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों के वैल्यूएशन काफी महंगे हो गए, जिसकी वजह से हालिया गिरावट आई है। कमज़ोर ग्रामीण मांग,बढ़ते आयात और निर्यात में परेशानियों की वजह से कंपनियों की आय में गिरावट हुई है। इससे मार्केट सेंटीमेंट और कमज़ोर हुआ है। इन फैक्टर्स की वजह से बेंचमार्क इंडेक्सों में शामिल लार्ज कैप शेयरों पर भी दबाव बना है।

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