Budget Day Share Market History: आम बजट 2025 पेश होने में अब कुछ ही घंटे बचे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज 1 फरवरी को सुबह 11 बजे संसद में बजट पेश करेंगी। यह दिन सिर्फ शेयर बाजार के लिए नहीं, बल्कि हर भारतीय के लिए मायने रखता है। लेकिन एक सवाल हर निवेशक के दिमाग में जरूर आता है – बजट के दिन स्टॉक मार्केट चढ़ेगा या गिरेगा? आज हम कुछ पुराने आंकडों के जरिए इसी सवाल का जवाब ढूंढने की कोशिश करेंगे!
बजट का दिन शेयर बाजार के लिए काफी खास होता है। इस दिन सरकार ऐसे बड़े ऐलान होती है, जो देश की इकोनॉमी के साथ ही शेयर बाजार पर भी सीधे इंम्पैक्ट डालते हैं। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का संकेत देने वाले India VIX Index के आंकड़ों को देखते तो, आमतौर पर बजट से पहले बाजार में उठापटक बढ़ जाती है और फिर बजट के बाद यह तेजी से कम होती हैं। लेकिन असल सवाल यह है कि आखिर बजट के ऐलानों से शेयर बाजार की चाल पर कितना असर पड़ता है, चलिए इस पर एक नजर डालते हैं।
अगर हम पिछले 10 सालों के बजट के दौरान शेयर बाजार की चाल को देखें, तो कुछ दिलचस्प पैटर्न उभर कर सामने आते हैं। पिछले 10 सालों में अंतरिम और फुल, दोनों मिलाकर कुल 14 बार बजट पेश किया गया है। इसमें से 8 बार बजट के दिन सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए हैं।
वहीं सिर्फ 6 मौकों पर ही इनमें तेजी देखी गई है। इससे भी दिलचस्प बात यह है कि पिछले 3 बार से लगातार बजट के दिन निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुआ है। ऐसे में इस बार 1 फरवरी बजट के दिन सबकी निगाहें मार्केट पर रहने वाली हैं।
अगर हम आंकड़ों की बात करें तो, पिछले साल लोकसभा चुनाव के चलते 2 बार बजट पेश हुआ था। पहला 1 फरवरी 2024 को अंतरिम बजट, जिस दिन निफ्टी 0.13 फीसदी गिरकर बंद हुआ था। वहीं दूसरी बार 23 जुलाई 2024 को पूर्ण बजट पेश हुआ और उस दिन निफ्टी 0.12 फीसदी गिरकर बंद हुआ। इससे पहले 2023 के बजट के दिन भी निफ्टी 0.26 फीसदी नीचे रहा था।
हालांकि 2021 और 2022 के बजट के दौरान शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली। साल 2022 में बजट के दिन निफ्टी 1.37 फीसदी बढ़कर बंद हुआ। वहीं 2021 में बजट के दिन 4.74 फीसदी की जोरदार तेजी देखने को मिली थी। यह पिछले 10 सालों में बजट के दिन आई सबसे अधिक तेजी है। वहीं साल 2020 में बजट के दिन निफ्टी करीब 2.5 फीसदी गिरा था और पिछले 10 सालों में बजट के दिन सबसे बड़ी गिरावट है।
साल 2019 में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 1 फरवरी को बजट पेश किया था। उस दिन निफ्टी 0.58 फीसदी चढ़ा था। उस साल लोकसभा चुनाव था, जिससे फाइनल बजट वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 जुलाई को निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया था। उस दिन निफ्टी 1.14 फीसदी गिरा था।
साल 2018 में यूनियन बजट के दिन निफ्टी 0.10 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ क्लोज हुआ था। वहीं 2017 में बजट वाले निफ्टी में 1.81 फीसदी की शानदार तेजी आई थी। लेकिन इससे पहले साल 2016 के बजट में निफ्टी लाल निशान में रहा था।
कुल मिलाकर बजट के दिन शेयर बाजार में तेजी या मंदी का कोई स्पष्ट ट्रेंड नहीं रहा है। मोटे तौर पर बजट के ऐलानों के मुताबिक शेयर बाजार में उस दिन हलचल देखने को मिली है। लेकिन मीडियम और लॉन्ग टर्म में भारतीय शेयर बाजार की चाल, ग्लोबल बाजार के रुझानों से मिलतीजुलती रही है। लेकिन हाल के महीनों में भारतीय बाजार ने ग्लोबल बाजारों से कुछ हद तक अलग दिशा में चलने की कोशिश है। अब देखना ये होगा कि इस बजट के बाद हमारा बाजार ग्लोबल ट्रेंड में लौटेगा या अपनी अलग राह बनाएगा?