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भारतीय शेयर बाजार फिर दिखाएंगे दम, आने वाले महीनों में सबको पीछे छोड़ देगा भारत: मॉर्गन स्टेनली

Stock Markets: पिछले कुछ महीनों के दौरान भारतीय शेयर बाजारों में तेज गिरावट देखने को मिली है। हालांकि इसके बावजूद अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) को भरोसा है कि भारतीय शेयर बाजारों में निवेश करना फायदेमंद साबित हो सकता है, बशर्ते की ग्लोबल स्तर पर कोई बड़ा नकारात्मक सरप्राइज नहीं आए। ब्रोकरेज ने कहा कि भारतीय बाजार एक बार फिर दूसरे इमर्जिंग मार्केट्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करना शुरू सकते हैं

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Feb 18, 2025 पर 10:46 AM
भारतीय शेयर बाजार फिर दिखाएंगे दम, आने वाले महीनों में सबको पीछे छोड़ देगा भारत: मॉर्गन स्टेनली
Stock Market: भारत का बीटा (Beta) दूसरे इमर्जिंग मार्केट्स की तुलना में 0.4 तक गिर गया है

Stock Markets: पिछले कुछ महीनों के दौरान भारतीय शेयर बाजारों में तेज गिरावट देखने को मिली है। हालांकि इसके बावजूद अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) को भरोसा है कि भारतीय शेयर बाजारों में निवेश करना फायदेमंद साबित हो सकता है, बशर्ते की ग्लोबल स्तर पर कोई बड़ा नकारात्मक सरप्राइज नहीं आए। ब्रोकरेज ने कहा कि मौजूदा करेक्शन का दौर समाप्त होते ही भारतीय बाजार एक बार फिर दूसरे इमर्जिंग मार्केट्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करना शुरू सकते हैं। उसने कहा कि यह बदलाव आने वाले महीनों में ही देखने को मिल सकता है।

मॉर्गन स्टैनली ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है, जो शेयर बाजार का मुख्य ताकत है। बेहतर व्यापार संतुलन, घटता हुआ राजकोषीय घाटा और महंगाई दर में कमी बताते हैं कि इसकी इकोनॉमी स्थिर बनी हुई है।

मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि आने वाले 3-5 सालों में भारत में कंपनियों की अर्निंग्स में मिड-टू-हाई टीन (लगभग 12-18%) की दर से बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। साथ ही प्राइवेट सेक्टर के कैपिटल एक्सपेंडिचर में भी तेजी देखने को मिलेगी और कॉरपोरेट बैलेंस शीट्स मजबूत होगी। इसके अलावा, उपभोक्ता खर्च में बढ़ोतरी की उम्मीद है और गैर-जरूरी चीजों पर खर्च (Discretionary Expenditure) में भी उछाल की संभावना है।

ब्रोकरेज ने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक 2024 में भारत की प्रति व्यक्ति आय $2,000 के स्तर को पार कर चुकी है, जो यह दिखाता है कि भारतीय उपभोक्ताओं का रुझान अब गैर-जरूरी चीजों की ओर तेजी से बढ़ेगा।

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