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स्मॉल और मिडकैप शेयरों में बरतें सावधानी, बैंकों, ऑटो, ऑटो एंसिलरी और खपत वाले शेयरों में होगी कमाई : नवीन कुलकर्णी

एक्सिस सिक्योरिटीज के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफीसर नवीन कुलकर्णी बाजार में सावधानी बरतने के पक्ष में हैं। उनका मानना है कि मार्केट ब्रेड्थ अब संकुचन के कगार पर है। स्मॉल कैप स्पेस के कुछ शेयरों में अब तक काफी जोश देखने को मिला था। लेकिन अब ये महंगे दिख रहे हैं। अब इनको लेकर चिंता दिख रही है। चिंता इस बात को लेकर है कि कई स्मॉल-कैप कंपनियों का बाजार काफी सीमित हैं। लेकिन उनके मौजूदा भाव के आधार पर तो उनकी ग्रोथ संभावनाएं तुलनात्म रुप से काफी कम है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 21, 2023 पर 2:07 PM
स्मॉल और मिडकैप शेयरों में बरतें सावधानी, बैंकों, ऑटो, ऑटो एंसिलरी और खपत वाले शेयरों में होगी कमाई : नवीन कुलकर्णी
नवीन का कहना कि अब मिड और स्मॉल कैप महंगे हो गए हैं। पिछले इतिहास पर नजर डालें तो साफ होता है कि अत्यधिक उत्साह लंबे समय तक टिकाऊ नहीं होता है। अगर कुछ खास शेयरों को छोड़ दें तो अब मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों ओवरवैल्यूड लग रहें हैं

सेंसेक्स और निफ्टी ने इस साल अब 12-12 फीसदी की अच्छी तेजी दिखाई है। इस तेजी ने बाजार की तरफ निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। लेकिन इस साल की बाज़ार रैली के असली सितारे बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स रहे हैं। इनमें 28 फीसदी और 31 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। इस उत्साह के बावजूद, एक्सिस सिक्योरिटीज के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफीसर नवीन कुलकर्णी बाजार में सावधानी बरतने के पक्ष में हैं। उनका मानना है कि मार्केट ब्रेड्थ अब संकुचन के कगार पर है।

स्मॉल कैप स्पेस के कुछ शेयरों में अब तक काफी जोश देखने को मिला था। लेकिन अब ये महंगे दिख रहे हैं। अब इनको लेकर चिंता दिख रही है। चिंता इस बात को लेकर है कि कई स्मॉल-कैप कंपनियों का बाजार काफी सीमित है। लेकिन उनके मौजूदा भाव के आधार पर उनकी ग्रोथ संभावनाएं तुलनात्मक रुप से काफी कम है। ऐसे में इन शेयरों का महंगा वैल्यूएशन एक बड़ा जोखिम हो सकता है।

 मिड और स्मॉल कैप हुए महंगे

बाजार पर अपने विचार साझा करते हुए नवीन ने आगे कहा कि हाल की बाजार की रैली ने स्मॉल और मिडकैप ने जोरदार भागीदारी की है जबकि लार्जकैप तुलनात्मक रूप से सुस्त रहा है। वित्त वर्ष 2023 की सुस्ती के बाद वित्त वर्ष 2024 में स्मॉल और मिडकैप सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले एसेट क्लास रहे हैं। बता दें कि वित्त वर्ष 2023 में स्मॉलकैप ने लार्जकैप की तुलना में कमजोर प्रदर्शन किया था। लेकिन नवीन का ये भी कहना कि अब मिड और स्मॉल कैप महंगे हो गए हैं। पिछले इतिहास पर नजर डालें तो साफ होता है कि अत्यधिक उत्साह लंबे समय तक टिकाऊ नहीं होता है। अगर कुछ खास शेयरों को छोड़ दें तो अब मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों ओवरवैल्यूड लग रहें। इनमें सावधानी बरतने की जरूरत है। लंबी अवधि के नजरिए से मिडकैप और स्मॉलकैप अभी भी अच्छे लग रहे हैं। लेकिन इनमें अब बीच-बीच में करेक्शन की उम्मीद है। स्मॉलकैप फुल्ली वैल्यूड शेयरों में मुनाफावसूली कर लेनी चाहिए।

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