Get App

केमिकल शेयरों में आई तेजी, चीन से आने वाले सोडा एश पर सरकार की सख्ती ने दिखाया असर

DGFT ने एक अधिसूचना में कहा कि सोडा ऐश के लिए आयात नीति को 'मुक्त' से बदलकर 'प्रतिबंधित' कर दिया गया है और न्यूनतम आयात मूल्य 20,108 रुपये प्रति मीट्रिक टन है। सोडा ऐश कई इंडस्ट्री का अहम कच्चा माल है। इसका उपयोग कांच उत्पादन,रासायनिक उत्पादन और डिटर्जेंट उद्योग में महत्वपूर्ण रूप से किया जाता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 31, 2024 पर 6:43 PM
केमिकल शेयरों में आई तेजी, चीन से आने वाले सोडा एश पर सरकार की सख्ती ने दिखाया असर
इस खबर के चलते आज GHCL, टाटा केमिकल और DCW में अच्छी तेजी देखने को मिली। GHCL एनएसई 49.70 रुपए यानी 7.38 फीसदी की बढ़त के साथ 723.50 रुपए पर बंद हुआ

केमिकल शेयरों में आज अच्छी रौनक देखने को मिली। दरअसल सोडा एश बनाने वाली घरेलू कंपनियों को बड़ी राहत दी गई है। इस खबर के चलते आज इंट्राडे में GHCL, टाटा केमिकल, DCW में 2 से 5 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली। घरेलू सोडा ऐश कंपनियों को सरकार का न्यू ईयर गिफ्ट है।सोडा ऐश इंपोर्ट पर सरकार की सख्ती की खबर आई है। सोडा ऐश पर न्यूनतम इंपोर्ट प्राइस 20,108 रुपए प्रति मीट्रिक टन तय किया गया है। इससे अब चीन की तरफ से सोडा ऐश डंपिंग नहीं होगी चीन से करीब 16000 रुपए प्रति मीट्रिक टन के भाव पर इंपोर्ट हो रहा था। सोडा ऐश को प्रतिबंधित लिस्ट में डाला गया है।

DGFT (Directorate General of Foreign Trade) ने एक अधिसूचना में कहा कि सोडा ऐश के लिए आयात नीति को 'मुक्त' से बदलकर 'प्रतिबंधित' कर दिया गया है और न्यूनतम आयात मूल्य 20,108 रुपये प्रति मीट्रिक टन है। सोडा ऐश कई इंडस्ट्री का अहम कच्चा माल है। इसका उपयोग कांच उत्पादन,रासायनिक उत्पादन और डिटर्जेंट उद्योग में महत्वपूर्ण रूप से किया जाता है। सरकार के हस्तक्षेप का उद्देश्य घरेलू बाजार को स्थिर करना और स्थानीय उत्पादकों का सपोर्ट करना है।

सरकार की सख्ती से टाटा केमिकल और DCW को फायदा होने की संभावना है। चीन की तरफ से डंपिंग से घरेलू कंपनियों को नुकसान हो रहा है। सरकार के इस कदम से घरेलू कंपनियों के रियलाइजेशन 10-20 फीसदी तक बढ़ेंगे। निर्मल बंग सिक्योरिटी के अनुसार चीन में सोडा ऐश की कीमत लगभग 200-220 डॉलर प्रति मीट्रिक टन है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें