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Daily Voice : फ्रैंकलिन टेम्पलटन के अजय अर्गल को पावर सेक्टर में दिख रहे हैं कमाई के मौके, जानिए और कहां है इनकी नजर

Daily Voice : अजय ने कहा कि 2024 में निवेश के नजरिए से उन्हें घरेलू इकोनॉमी पर आधारित शेयर ज्यादा अच्छे दिख रहे हैं। मोटे तौर पर इनमें फाइनेंशियल, इंडस्ट्री और गैर-जरूरी या शौकिया खर्च जैसे फूड डिलिवरी, मौजमस्ती, ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स वाले शेयर शामिल हैं। लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करने के लिए इक्विटी अपनी रिटर्न देने और महंगाई को मात देने की क्षमता के कारण सबसे अच्छा निवेश विकल्प बना हुआ है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 21, 2023 पर 12:48 PM
Daily Voice : फ्रैंकलिन टेम्पलटन के अजय अर्गल को पावर सेक्टर में दिख रहे हैं कमाई के मौके, जानिए और कहां है इनकी नजर
Daily Voice : अजय का कहना है कि पूंजीगत व्यय एक ऐसी थीम है जो उन्हें पसंद है। घरेलू पूंजीगत व्यय में बढ़त कई क्षेत्रों के लिए अच्छे संकेत मिल रहे हैं

Daily Voice :  लंबी मंदी के बाद पावर सेक्टर ने फिर से तेजी पकड़ना शुरु किया है। कुछ पावर शेयरों ने हाल में अच्छा प्रदर्शन किया भी है। लेकिन आगे हमें इस सेक्टर में कई शेयर जोरदार तेजी पकड़ते दिखेंगे। ये बातें मनीकंट्रोल के साथ एक साक्षात्कार में फ्रैंकलिन टेम्पलटन एसेट मैनेजमेंट ( Franklin Templeton Asset Management (India) के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट और पोर्टफोलियो मैनेजर अजय अर्गल (Ajay Argal) ने कही हैं। इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि जेनरेटिव-एआई, न्यू एनर्जी और डिजिटल स्पेस में नए अवसर उभर रहे हैं जिनका फायदा उठाने की जरूरत है।

अगर अभी 10 लाख रुपए निवेश करने हों तो कहां नजर आ रहे हैं निवेश के अच्छे मौके? इस पर बात करते हुए इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट इंडस्ट्री में 1993 से काम कर रहे अजय अर्गल ने कहा कि लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करने के लिए इक्विटी अपनी रिटर्न देने और महंगाई को मात देने की क्षमता के कारण सबसे अच्छा निवेश विकल्प बना हुआ है।

पावर सेक्टर में वैल्यूएशन अभी भी अच्छा

क्या हालिया तेजी के बाद भी पावर सेक्टर में वैल्यूएशन अभी भी अच्छा दिख रहा है? इसके जवाब में अजय अर्गल ने कहा कि पावर सेक्टर लंबी मंदी के बाद उबरने लगा है। कुछ पावर शेयरों ने हाल में अच्छा प्रदर्शन किया भी है। लेकिन आगे हमें इस सेक्टर में कई शेयर जोरदार तेजी पकड़ते दिखेंगे। देश में थर्मल पावर में कम निवेश किया गया है। ऐसे में हमें रिन्यूएबल के साथ-साथ थर्मल पावर में भी निवेश बढ़ने की उम्मीद है। पावर उत्पादन में बढ़त के साथ ही ट्रांसमिशन क्षमता बढ़ाने के लिए भी पूंजीगत व्यय बढ़ता दिखेगा। इसके साथ ही आगे हमें ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) चार्जिंग नेटवर्क आदि में भी तेजी आती दिखेगी। संक्षेप में कहें तो आगे हमें पावर सेक्टर में तमाम अवसर खुलते दिखेंगे।

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