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फंड लागत में बढ़त के चलते बैंकों के नेट इंटरेस्ट मार्जिन पर दिख सकता है दबाव: चिराग मेहता

Daily Voice: चिराग ने कहा कि घरेलू आर्थिक स्थिति और कंपनियों की कमाई में मजबूती देखने को मिल रही है। इंफ्रा और कैपेक्स में अच्छी बढ़त के साथ आगे देश की जीडीपी में मजबूती की संभावना दिख रही है। इसके अलावा पीएमआई, जीएसटी कलेक्शन, ई-वे बिल और क्रेडिट ग्रोथ जैसे हाई फ्रीक्वेंसी इंडीकेटर भी पॉजिटिव संकेत दे रहे हैं। इसके अलावा महंगाई में भी कमी आने के संकेत मिल रहे हैं

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Jul 07, 2023 पर 11:41 AM
फंड लागत में बढ़त के चलते बैंकों के नेट इंटरेस्ट मार्जिन पर दिख सकता है दबाव: चिराग मेहता
बाजार का वैल्यूएशन लॉन्ग टर्म एवरेज के आसपास मडरा रहा है। लेकिन मजबूत अर्निंग ग्रोथ आने वाले सालों में अच्छा रिटर्न दिला सकती है

Daily Voice: वित्त वर्ष 2024 की जून तिमाही में अधिकांश सेक्टर्स के अर्निंग्स में तेजी देखने को मिलेगी। इस अवधि में कर्ज की मांग में बढ़त कायम रह सकती है। लेकिन फंड की लागत में बढ़त के चलते बैंकों के नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIMs)पर दबाव देखने को मिल सकता है। इस अवधि में आईटी कंपनियों के नतीजों में कमजोरी जारी रहेगी। आईटी कंपनियों के लिए स्थितियां अभी भी चुनौती पूर्ण बनी हुई हैं। ये बातें क्वांटम एसेट मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी चिराग मेहता ने मनीकंट्रोल को दिए गए एक साक्षात्कार में कही हैं।

वैकल्पिक निवेश रणनीतियों में दो दशकों के अनुभव वाले चिराग ने इस बातचीत में आगे कहा कि क्वांटम एएमसी आईटी पर ओवरवेट स्थिति में है। कमजोर ग्लोबल माहौल को देखते हुए निकट की अवधि में ग्रोथ में नरमी आ सकती है। लेकिन जैसे-जैसे इकोनॉमी पटरी पर लौटेगी हमें ग्रोथ में अच्छी तेजी देखने को मिलेगी।

ट्रेड स्पॉटलाइट: एचपीसीएल, अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज और महिंद्रा एंड महिंद्रा में अब क्या करें?

प्रश्न: क्या आपको आगे चलकर ब्रॉडर मार्केट में और तेजी आने की उम्मीद है?

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