Get App

Defence Stocks: नाटो देशों की योजना पर चहके निवेशक, HAL और BEL के शेयर रॉकेट

Defence Stocks: नाटो (NATO) देशों के एक फैसले पर आज घरेलू स्टॉक मार्केट में डिफेंस कंपनियों के शेयर रॉकेट बन गए। खरीदारी के माहौल में डिफेंस सेक्टर की कंपनियों के शेयर 2% तक उछल गए। जानिए नाटो देशों के किस फैसले ने डिफेंस सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में चाबी भरी है और डिफेंस सेक्टर को लेकर मार्केट एक्सपर्ट्स का क्या रुझान है?

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jun 26, 2025 पर 1:54 PM
Defence Stocks: नाटो देशों की योजना पर चहके निवेशक, HAL और BEL के शेयर रॉकेट
नाटो की योजना पर हिंदु्स्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स(Bharat Electronics) जैसी दिग्गज डिफेंस कंपनियों के शेयरों पर निवेशक टूट पड़े और इनके शेयर करीब 2% तक उछल गए।

Defence Stocks: 32 देशों के सैन्य गठबंधन नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) के सहयोगी देशों ने डिफेंस पर अपना खर्च बढ़ाने की योजना बनाई है। वर्ष 2035 तक ये देश जीडीपी का सालाना 5% डिफेंस सेक्टर पर खर्च करेंगे। नाटो की योजना का असर आज घरेलू स्टॉक मार्केट में भी दिखा और हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स(Bharat Electronics) जैसी दिग्गज डिफेंस कंपनियों के शेयरों पर निवेशक टूट पड़े और इनके शेयर करीब 2% तक उछल गए। 18 डिफेंस स्टॉक्स को ट्रैक करने वाला निफ्टी इंडिया इंडेक्स करीब 1% उछल गया।

कितना खर्च बढ़ाएगी NATO?

नाटो देशों की योजना वर्ष 2035 तक डिफेंस सेक्टर पर ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) के 5% तक खर्च करने की योजना बनाई है। इसके लिए नाटो देशों के नेता सहमत हो गए हैं। अभी वे अपनी जीडीपी के करीब 2% तक डिफेंस सेक्टर पर खर्च करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कड़े दबाव पर नाटो देश डिफेंस सेक्टर पर वर्ष 2035 तक जीडीपी का सालाना 5% खर्च करने को राजी हो गए हैं और युद्ध की स्थिति में एक-दूसरे की सहायता करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

भारत में क्या है डिफेंस सेक्टर का हाल?

सब समाचार

+ और भी पढ़ें