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कमजोर ग्लोबल संकेतों के बावजूद निफ्टी 24600 के पार, सेंसेक्स में भी तेजी, आज इन अहम स्तरों पर रहे नजर

निवेशकों की नजर इस सप्ताह आने वाले आरबीआई के ब्याज दर निर्णय पर रहेगी। साथ ही अमेरिका के साथ ट्रेड वार्ता और चालू नतीजों के मौसम पर भी नजर रहेगी। कमजोर ग्लोबल संकेतों के बावजूद निफ्टी आज 24600 के पार खुला है। सेंसेक्स में भी तेजी देखने को मिल रही है

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Aug 04, 2025 पर 10:14 AM
कमजोर ग्लोबल संकेतों के बावजूद निफ्टी 24600 के पार, सेंसेक्स में भी तेजी, आज इन अहम स्तरों पर रहे नजर
Stock market : तकनीकी नजरिए से देखें तो वर्तमान चार्ट एक खास और चिंताजनक पैटर्न दिखा रहा है। निफ्टी के लिए अगला सपोर्ट 24,500-24,470 के आसपास है

सोमवार, 4 अगस्त को कमजोर ग्लोबल संकेतों और टैरिफ संबंधी परेशानियों के बावजूद दलाल स्ट्रीट ने पॉजिटिव रुझाआन के साथ सत्र की शुरुआत की है। आज व्यापक आधार वाली खरीदारी देखने को मिल रही है। जिससे मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी बढ़त देखने को मिली है। सुबह 9:20 बजे के आसपास सेंसेक्स 178.05 अंक या 0.22 प्रतिशत बढ़कर 80,777.96 पर और निफ्टी 61.45 अंक या 0.25 प्रतिशत बढ़कर 24,626.80 पर कारोबार कर रहा था। लगभग 1531 शेयरों में तेजी, 1163 शेयरों में गिरावट और 162 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।

सेक्टोरल इंडेक्सों में मिला-जुला रुख दिख रहा है। पीएसयू बैंक, मेटल और ऑटो शेयरों में बढ़त है। जबकि आईटी और मीडिया सेक्टरों में गिरावट जारी है। निफ्टी पीएसयू बैंक में सबसे ज़्यादा 0.75 प्रतिशत की बढ़त दिख रही है। इसके बाद निफ्टी मेटल और निफ्टी ऑटो में 0.70 प्रतिशत और 0.46 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। निफ्टी फार्मा, एफएमसीजी और इंफ्रा में भी मामूली बढ़त नजर आ रही है। वहीं, दूसरी तरफ निफ्टी आईटी में 0.5 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। जबकि निफ्टी मीडिया में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई है। निफ्टी एनर्जी में लगभग कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसमें सिर्फ 0.03 प्रतिशत की गिरावट आई है।

कुल मिलाकर, मिले-जुले ग्लोबल संकेतों और आर्थिक विकास को लेकर जारी चिंताओं के बीच बाजार का रुझान सतर्क बना हुआ है। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के विनोद नायर ने कहा, "आगे निवेशकों की नजर इस सप्ताह आरबीआई द्वारा लिए जाने वाले ब्याज दरों के फैसले पर रहेगी। बाजार में जोखिम उठाने की भूख कमजोर है। महंगाई में नरमी,व्यापार वार्ता में होने वाली प्रगति और घरेलू इकोनॉमी और खपत पर निर्भर शेयरों में मजबूती से आगे रिकवरी की उम्मीद नजर आ रही है"।

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