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Experts views : बाजार में कंसोलीडेशन जारी रहने की उम्मीद, क्वालिटी शेयरों और रिस्क मैनेजमेंट पर करें फोकस

Stock Market : प्रशांत तापसे का कहना है कि यूरोपीय बाजारों के कमजोर संकेतों और अमेरिका के डाउ फ्यूचर्स के खराब प्रदर्शन ने बाजार मूड खराब कर दिया। इसके साथ ही सॉफ्टवेयर सेक्टर की दिग्गज कंपनी टीसीएस के निराशाजनक नतीजों ने वैश्विक मांग में सुस्ती के प्रति आगाह किया, जिसके कारण आईटी, दूरसंचार, ऑटो, रियल्टी और तेल एवं गैस शेयरों में भारी बिकवाली हुई

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Jul 11, 2025 पर 6:12 PM
Experts views : बाजार में कंसोलीडेशन जारी रहने की उम्मीद, क्वालिटी शेयरों और रिस्क मैनेजमेंट पर करें फोकस
Market cues : एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी में कमजोरी बनी हुई है क्योंकि इंडेक्स ऑवरली चार्ट पर पिछले स्विंग लो से नीचे फिसल गया है

Market Today : भारतीय इक्विटी इंडेक्स निफ्टी 11 जुलाई को 25,150 के पास निगेटिव नोट पर बंद हुआ। बोनान्ज़ा के रिसर्च एनलिस्ट वैभव विदवानी का कहना है कि आज, भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। निफ्टी 50 इंडेक्स पिछली क्लोजिंग से लगभग 0.81 फीसदी या 205 अंक नीचे 25,149 पर बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स भी लगभग 689 अंक या 0.8 फीसदी की गिरावट के साथ 82,500 के आसपास बंद हुआ। इस निगेटिव क्लोजिंग की मुख्य वजह टीसीएस जैसी दिग्गज आईटी कंपनियों के पहली तिमाही के निराशाजनक नतीजों के बाद आईटी शेयरों में बने भारी बिकवाली का दबाव था। निफ्टी आईटी इंडेक्स आज लगभग 1.7 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ है।

दबाव में रहे दूसरे सेक्टरों में ऑटो भी शामिल है। आज निफ्टी ऑटो इंडेक्स लगभग 1.77 फीसदी नीचे बंद हुआ। जबकि फार्मा और FMCG जैसे डिफेंसिव सेक्टरो में लगभग 0.55 फीसदी की मामूली बढ़त देखने को मिली। मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी गिरावट देखने को मिली। अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताओं और ग्लोबल मंदी की चिंताओं ने बाजार के सेंटीमेंट को और कमजोर कर दिया।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के एसवीपी, रिसर्च अजीत मिश्रा का कहना है कि टैरिफ संबंधी मुद्दों को लेकर जारी अनिश्चितता और नतीजों के मौसम की कमजोर शुरुआत के कारण बाजार में दबाव देखने को मिला। नतीजतन, निफ्टी अपनी पहली डिफेंस लाइन 20-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (20-DEMA) के नीचे फिसल गया, जिससे मौजूदा तेजी के रुझान में बाधा आई। अब हमें निफ्टी में कंसोलीडेशन देखने को मिल सकता है। नतीजों के मौसम कारण सभी सेक्टरो में वोलैटिलिटी बनी रहेगी। इस माहौल में, ट्रेडरों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए, रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस करना चाहिए और ट्रेडिंग अवसरों की पहचान करते समय क्वालिटी शेयरों पर ही फोकस करना चाहिए।

मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि यूरोपीय बाजारों के कमजोर संकेतों और अमेरिका के डाउ फ्यूचर्स के खराब प्रदर्शन ने बाजार मूड खराब कर दिया। इसके साथ ही सॉफ्टवेयर सेक्टर की दिग्गज कंपनी टीसीएस के निराशाजनक नतीजों ने वैश्विक मांग में सुस्ती के प्रति आगाह किया, जिसके कारण आईटी, दूरसंचार, ऑटो, रियल्टी और तेल एवं गैस शेयरों में भारी बिकवाली हुई। हालांकि अब सभी की निगाहें अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता के नतीजों पर टिकी रहेंगी। ऐसे में शॉर्ट टर्म में बाजार में वोलैटिलिटी देखने को मिल सकती है।

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