डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स के एक्सपायरी के दिन बदलने जा रहे हैं। जल्द एनएसई में डेरिवेटिव्स सौदों की एक्सपायरी मंगलवार को होगी, जबकि बीएसई में गुरुवार को होगी। इसका मतलब है कि दोनों एक्सचेंजों के एक्सपायरी के दिन के बीच काफी फर्क होगा। सवाल है कि इसका क्या असर होगा? क्या इससे ट्रेडर्स को इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी में किसी तरह का बदलाव करनी पड़ेगी?