Hindustan Zinc Demerger: वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) ने अपनी सोने की मुर्गी हिंदुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) को रिस्ट्रक्चर (Corporate Restructure) करने का फैसला किया है। इस रिस्ट्रक्चर में होगा यह कि हिंदुस्तान जिंक कंपनी को तीन बिजेनसों में बांटा जाएगा और उन्हें तीन अलग-अलग नई कंपनी बना कर लिस्ट कराया जाएगा। यानी तीन नई कंपनियां बन जाएगी। ग्रुप को लगता है कि ऐसा करने से उसे बेहतर वैल्यू मिलेगी और उसके कर्ज का बोझ भी कम हो जाएगा। जिन 3 बिजनेसों को अलग कर नई कंपनी बनाने का प्लान है, उसमें पहला बिजनेस है- जिंक और लेड, यानी जस्ता और सीसा। दूसरा बिजनेस है- सिल्वर और तीसरा है रिसाइकलिंग बिजनेस। हिंदुस्तान जिंक ने इन तीनों बिजनेसों को अलग करने और उसके मूल्यांकन के लिए एक डायरेक्टर्स की कमेटी भी बना दी है। लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में शेयरधारकों क्या फायदा होगा और हिंदुस्तान जिंक के लिए इस डीमर्जर के मायने क्या हैं, आइए इसे समझते हैं-
