बाजार में हालिया करेक्शन की वजह मैक्रो इकोनॉमिक कारणों में है। इसके लिए कोई फंडामेंटल कारण जिम्मेदार नहीं है। भारत एक सेक्युलर इकोनॉमिक अपसाइकिल में है। हमारा मानना है कि हम कैपेक्स साइकिल के शुरुआती दौर में है। यह बातें तेजी मंदी (Teji Mandi) के फाउंडर वैभव अग्रवाल ने मनीकंट्रोल के साथ हुई एक बातचीत में कहीं।