Sagar Cements acquires Andhra Cements : नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की अमरावती बेंच ने सागर सीमेंट्स के 922 करोड़ रुपये में आंध्र सीमेंट्स को खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। जेपी ग्रुप (Jaypee Group) की सीमेंट कंपनी फिलहाल इनसॉल्वेंसी की प्रक्रिया से गुजर रही है और शेयर बाजारों में उसकी लिस्टिंग बनी रहेगी। सागर सीमेंट्स के बोर्ड ने 16 फरवरी को आंध्र सीमेंट्स की सालाना क्षमता लगभग दोगुनी करके 30 लाख टन करने को मंजूरी दी है, जिस पर 468 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 922 करोड़ रुपये के इस सौदे के लिए सागर सीमेंट्स की 600 करोड़ रुपये कर्ज और 322 करोड़ रुपये की इक्विटी जुटाने की योजना है।
सागर सीमेंट्स की कितनी हो जाएगी हिस्सेदारी
इस सौदे के साथ आंध्र सीमेंट्स में सागर सीमेंट्स की 95 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी, जबकि पांच फीसदी पब्लिक होल्डिंग बनी रहेगी।
Andhra Cements की लिस्टिंग बनी रहने के मुद्दे पर स्पष्टीकरण देते हुए सागर सीमेंट्स ने कहा कि वह एनसीएलटी की मंजूरी की तारीख से 12 महीनों के भीतर अपनी हिस्सेदारी घटाकर 90 फीसदी करेगी और फिर 36 महीनों में हिस्सेदारी 75 फीसदी की जाएगी।
आंध्र सीमेंट्स की हैं कितनी यूनिट
आंध्र सीमेंट्स की फिलहाल आंध्र प्रदेश में दो मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी हैं, जिनमें एक गुंटूर जिले में दाचेपल्ली में क्लिंकर, सीमेंट और कैप्टिव पावर के साथ एक एकीकृत यूनिट है और दूसरी विशाखापट्टनम में ग्राइंडिंग यूनिट है। उसके पास विशाखापट्टनम में लगभग 107 एकड़ जमीन भी है। Jaypee Group के पास 20 करोड़ टन भंडार वाली चार लाइमस्टोन माइन्स भी हैं।
क्यों बंद की विशाखापट्टनम यूनिट
हैदराबाद हेडक्वार्टर वाली सागर सीमेंट्स के बोर्ड ने 16 फरवरी को आंध्र सीमेंट्स की विशाखापट्टनम यूनिट का ऑपरेशन बंद करने का फैसला किया। इसकी वजह “प्लांट के विजाग शहर के नजदीक होने के कारण आने वाली बाधाएं” बताई गई है। वर्तमान में Andhra Cements की दोनों यूनिट बंद हैं।
Sagar Cements ने कहा कि इस सौदे से कंपनी को दक्षिण भारत के बाजारों मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी।