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कांग्रेस के आरोपों पर ICICI Bank की सफाई, कहा- सेबी चीफ को रिटायरमेंट के बाद नहीं दी गई कोई सैलरी

ICICI Bank: कांग्रेस की ओर से पवन खेड़ा ने आरोप लगाया था कि सेबी चीफ माधबी पुरी बुच एक साथ तीन जगहों से सैलरी ले रहीं थीं। खेड़ा ने कुछ रिपोर्ट्स के हवाले से दावा करते हुए कहा कि बुच ICICI Bank, ICICI प्रुडेंशियल और SEBI से एक साथ सैलरी ले रहीं थीं। हालांकि, बैंक ने एक बयान जारी करते हुए इन आरोपों को खारिज किया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 02, 2024 पर 8:29 PM
कांग्रेस के आरोपों पर ICICI Bank की सफाई, कहा- सेबी चीफ को रिटायरमेंट के बाद नहीं दी गई कोई सैलरी
ICICI Bank ने स्पष्ट किया है कि रिटायरमेंट के बाद 2017 से सेबी चीफ माधबी पुरी बुच को कोई वेतन या ESOP नहीं दिया गया है।

ICICI Bank ने सेबी चीफ माधबी पुरी बुच पर कांग्रेस की ओर से लगाए गए आरोपों का जवाब दिया है। बैंक ने स्पष्ट किया है कि रिटायरमेंट के बाद 2017 से सेबी चीफ को कोई वेतन या ESOP नहीं दिया गया है। बैंक ने इस आरोप को खारिज कर दिया कि सेबी चीफ 2017 में मार्केट रेगुलेटर में शामिल होने के बाद आईसीआईसीआई बैंक और उसकी सहयोगी कंपनी से वेतन ले रही थीं। बैंक ने कहा कि बैंक या उसके ग्रुप की कंपनियों ने उन्हें कोई वेतन या कोई एम्प्लॉई स्टॉक ऑप्शन प्लान (ESOP) नहीं दी है।

ICICI Bank ने क्या कहा?

ICICI Bank ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा, "ICICI बैंक या उसके ग्रुप की कंपनियों ने सुश्री माधबी पुरी बुच को उनके रिटायरमेंट के बाद उनके रिटायरमेंट बेनिफिट के अलावा कोई वेतन या कोई ESOP नहीं दिया है। यह ध्यान देने योग्य है कि उन्होंने 31 अक्टूबर, 2013 से सुपरएनुएशन (superannuation) का विकल्प चुना था।"

बैंक ने आगे बताया कि ICICI ग्रुप में अपनी नौकरी के दौरान बुच को लागू पॉलिसी के अनुसार वेतन, रिटायरमेंट बेनिफिट, बोनस और ESOP के रूप में मुआवजा मिला। बैंक ने यह भी स्पष्ट किया है कि बुच को उनकी रिटायरमेंट के बाद किए गए सभी पेमेंट आईसीआईसीआई ग्रुप में उनके रोजगार के दौरान किए गए थे। बैंक ने कहा, "इन भुगतानों में ESOP और रिटायरमेंट बेनिफिट शामिल हैं।"

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