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IndusInd Bank Insider Trading: जानिए इंडसइंड बैंक में इनसाइडर ट्रेडिंग की पूरी कहानी, किसे हुआ करोड़ों का फायदा?

:IndusInd Bank Insider Tradin: SEBI ने सुमंत कठपालिया सहित पांच अफसरों पर इनसाइडर ट्रेडिंग में शामिल होने के आरोप में स्टॉक मार्केट्स में किसी तरह का ट्रांजेक्शंस करने पर रोक लगा दी है। इनमें इडसइंड बैंक के पूर्व डिप्टी सीईओ अरुण खुराना, सुशांत सौरव, रोहन जथाना और अनिल मार्को राव शामिल हैं

Edited By: Rakesh Ranjanअपडेटेड May 29, 2025 पर 11:04 AM
IndusInd Bank Insider Trading: जानिए इंडसइंड बैंक में इनसाइडर ट्रेडिंग की पूरी कहानी, किसे हुआ करोड़ों का फायदा?
इंडसइंड बैंक के मैनेजमेंट ने 10 मार्च, 2025 को डेरिवेटिव अकाउंटिंग में लैप्सेज के बारे में खुलासा किया। इसके बाद इंडसइंड बैंक का शेयर 27.16 फीसदी क्रैश कर गया।

इंडसइंड बैंक के टॉप अफसरों को डेरिवेटिव अकाउंटिंग में लैप्सेज की जानकारी पहले से थी। इस मामले के खुलासे के करीब 18 महीने पहले ही उन्हें इस बारे में पता चल गया था। सेबी के अंतरिम आदेश में यह बात कही गई है। मार्केट रेगुलेटर ने इंडसइंड बैंक घोटाला मामले में 27 मई को अंतरिम आदेश जारी किया। सेबी को जांच में ऐसी कई जानकारियां मिली हैं, जिनके बारे में पहले बताया नहीं गया था। सेबी ने अब बड़ा एक्शन लिया है। उसने इंडसइंड बैंक के पूर्व एमडी और सीईओ सुमंत कठपालिया सहित बैंक के 5 बड़े अफसरों के स्टॉक मार्केट्स में किसी तरह के टांजेक्शंस पर रोक लगा दी है।

लैप्सेज का पता चलने के 18 महीने बाद मामले का खुलासा

SEBI को जांच से पता चला है कि IndusInd Bank के मैनेजमेंट को 26 सितंबर, 2023 को डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़े अकाउंटिंग में लैप्सेज का पता चल गया था। RBI के मास्टर डायरेक्शन के बाद इसका पता चला। दरअसल आरबीआई के मास्टर डायरेक्शन के आने के बाद इंडसइंड बैंक ने एक टीम बनाई, जिसमें कई डिपार्टमेंट के अफसर शामिल थे। इस टीम को डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़े अकाउंटिंग में लैप्सेज दिखा। लेकिन, बैंक के टॉप अफसरों ने यह जानकारी छुपाए रखी। करीब 18 महीने बाद 10 मार्च, 2025 को बैंक के मैनजमेंट ने इस लैप्सेज का खुलासा किया। इंडसइंड बैंक जैसे प्रतिष्ठित बैंक के लिए ऐसा करना चौंकाता है।

पांच टॉप एग्जिक्यूटिव्स पर गिरी सेबी की गाज

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