IndusInd Bank Shares: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंडसइंड बैंक ने अपने 1,573 करोड़ रुपये के माइक्रोफाइनेंस रिटेल लोन को बिक्री के लिए रखा है। ये लोन नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) बन गए थे। बैंक ने 85 करोड़ रुपये के रिजर्व प्राइस पर इन अनसिक्योर्ड लोन के लिए सार्वजनिक बोलियां मंगाई की हैं। बोलियां पूरी तरह कैश आधार पर मंगाई हैं। बैंक सार्वजनिक बोली प्रक्रिया के जरिए इन लोन को इच्छुक कंपनियों को बेचना चाहती है। इससे पहले इंडसइंड बैंक ने अक्टूबर 2024 में 525 करोड़ रुपये के आकास्मिक प्रोविजन करने की जानकारी दी थी। इसके बाद से अबतक यह शेयर करीब 25 फीसदी गिर चुका है।
अब ब्रोकरेज फर्म DAM कैपिटल ने इंडसइंड बैंक के शेयर पर अपनी रिपोर्ट जारी की है। ब्रोकरेज ने शेयर के लिए अपना टारगेट प्राइस 1,600 रुपये से करीब 25 फीसदी घटाकर 1200 रुपये प्रति शेयर कर लिया है। हालांकि उसने शेयर अपनी 'buy' रेटिंग को बरकरार रखा है।
ब्रोकरेज ने कहा कि माइक्रोफाइनेंस लेडिंग में चल रही मौजूदा चुनौतियों के चलते मौजूदा वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में भी मुनाफे पर दबाव जारी रहेगा। दूसरी छमाही में RoAs 1% की सीमा में रहेगा, जिससे अर्निंग प्रति शेयर (EPS) में भारी कटौती होगी। ब्रोकरेज ने बैंक के EPS में वित्त वर्ष 2025, वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2027 के लिए क्रमश: 18%, 14% और 13% की कटौती की है।
DAM कैपिटल ने कहा कि तीसरी तिमाही में बैंक का स्लिपेज बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही उसने यह भी कहा कि लोन ग्रोथ में माइक्रोफाइनेंस लोन बुक में लगातार गिरावट के चलते बैंक के लोन ग्रोथ में सालाना आधार पर 12% की गिरावट आ सकती है।
इंडसइंड बैंक ने अब अपने माइक्रोफाइनेंस लोन बुक के कुछ हिस्से को बेचने का फैसला किया है। पहली नजर में बैड लोन का बोझ करने का कदम अच्छा नजर आता है। हालांकि अभी यह पक्का नहीं है कि क्या इससे बैंक के सामने मौजूद सभी चुनौतियां खत्म हो जाएंगी क्योंकि इसके माइक्रोफाइनेंस लोनबुक का साइज काफी बड़ा है।
इस बीच इंडसइंड बैंक के शेयर आज 27 दिसंबर को कारोबार के दौरान 4 फीसदी तक उछलकर 971.10 रुपये के भाव पर पहुंच गए। इस साल अब तक बैंक के शेयरों में करीब 40 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।
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