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IndusInd Bank Shares: 5% से अधिक गिरावट के साथ खुले शेयर, ब्रोकरेज के रुझान पर बढ़ा बिकवाली का दबाव

IndusInd Bank Shares: हिंदुजा ग्रुप के नियंत्रण वाले इंडसइंड बैंक अभी डेरिवेटिव अकाउंटिंग से जुड़ी गड़बड़ियों से निपट ही रहा था, एक और झटका इसे लग गया। इस झटके के चलते ब्रोकरेज फर्मों ने इसकी रेटिंग डाउनग्रेड कर दी और कमाई के अनुमान में कटौती की भी चेतावनी दे दी है। चेक करें कि इंडसइंड बैंक को लेकर ब्रोकरेज फर्म बेयरेश क्यों हो रहे हैं

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड May 16, 2025 पर 10:07 AM
IndusInd Bank Shares: 5% से अधिक गिरावट के साथ खुले शेयर, ब्रोकरेज के रुझान पर बढ़ा बिकवाली का दबाव
IndusInd Bank Shares: प्राइवेट सेक्टर लेंडर इंडसइंड बैंक के शेयर आज भारी गिरावट के साथ खुले। इसकी वजह ये है कि बैंक के अकाउंटिंग की एक गड़बड़ी पर ब्रोकरेज फर्मों ने इसकी रेटिंग डाउनग्रेड कर दी और टारगेट प्राइस भी घटा दिया।

IndusInd Bank Shares: प्राइवेट सेक्टर लेंडर इंडसइंड बैंक के शेयर आज भारी गिरावट के साथ खुले। इसकी वजह ये है कि बैंक के अकाउंटिंग की एक गड़बड़ी पर ब्रोकरेज फर्मों ने इसकी रेटिंग डाउनग्रेड कर दी और टारगेट प्राइस भी घटा दिया। इसके चलते इंडसइंड बैंक के शेयर आज 5 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ खुले। निचले स्तर पर खरीदारी के बाद शेयरों में कुछ रिकवरी तो हुई लेकिन अब भी यह काफी कमजोर स्थिति में है। फिलहाल बीएसई पर यह 1.83 फीसदी की गिरावट के साथ 766.05 रुपये पर है। आज यह 5.68 फीसदी की गिरावट के साथ 735.95 रुपये के भाव पर खुला था।

IndusInd Bank में क्या गड़बड़ी आई सामने?

गुरुवार की शाम को इंडसइंड बैंक ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि बैंक की इंटर्नल ऑडिट कमेटी (IAD) बैंक के MFI बिजनेस की जांच कर रही है ताकि जो सवाल उठाए गए हैं, उसकी जांच की जा सके। बैंक के आईएडी ने 8 मई 2025 को एक रिपोर्ट दाखिल की थी जिसमें सामने आया कि वित्तीय वर्ष 2025 की तीन तिमाहियों में ₹674 करोड़ को गलत तरीके से ब्याज के रूप में दिखाया गया और फिर 10 जनवरी को इसे पूरी तरह से पलट दिया गया।

व्हिसल ब्लोअर की शिकायत मिलने के बाद इंडसइंड के बोर्ड की ऑडिट कमेटी ने IAD से 'अदर एसेट्स' और 'अदर लाइबिलिटीज' में दर्ज लेन-देन की समीक्षा करने के लिए भी कहा। अपनी रिपोर्ट में आईएडी ने कहा कि 'अदर एसेट्स' में ₹595 करोड़ का अप्रमाणित बैलेंस दिखा जिसे जनवरी 2025 में 'अदर लाइबिलिटीज' खातों के बैलेंस से एडजस्ट किया गया। आईएडी ने इसे लेकर अहम एंप्लॉयीज की जांच की है। बैंक ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय करने के लिए बोर्ड जरूरी कदम उठा रहा है और उचित कार्रवाई करेगा।

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