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इंटरनेशनल म्यूचुअल फंडों ने एक साल में दिए 58% तक रिटर्न, लेकिन अब अधिकतर स्कीमें बंद, जानिए क्या है वजह

अमेरिका से लेकर चीन तक के शेयर बाजारों में निवेश करने वाली इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड स्कीमों ने पिछले एक साल में भारतीय निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इन टॉप परफॉर्मिंग स्कीमों में से ज्यादातर फिलहाल नए निवेश के लिए बंद हैं। Mirae Asset Hang Seng TECH ETF FoF ने 57.8% रिटर्न देकर टॉप परफॉर्म किया है

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jul 12, 2025 पर 5:06 PM
इंटरनेशनल म्यूचुअल फंडों ने एक साल में दिए 58% तक रिटर्न, लेकिन अब अधिकतर स्कीमें बंद, जानिए क्या है वजह
जो इंटरनेशनल स्कीमें ETF के रूप में हैं, उनमें निवेशक स्टॉक एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग कर सकते हैं

अमेरिका से लेकर चीन तक के शेयर बाजारों में निवेश करने वाली इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड स्कीमों ने पिछले एक साल में भारतीय निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इन टॉप परफॉर्मिंग स्कीमों में से ज्यादातर फिलहाल नए निवेश के लिए बंद हैं। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निवेश करने का यह तरीका कारगर साबित हो रहा है, लेकिन नियामकीय सीमाएं निवेशकों के लिए एक बड़ी अड़चन बनी हुई हैं।

SEBI और RBI की सीमा के कारण निवेश पर रोक

सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने फरवरी 2022 में सभी घरेलू म्यूचुअल फंड कंपनियों को विदेशी शेयरों में नए निवेश पर रोक लगाने को कहा था। इसका उद्देश्य भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से पूरी इंडस्ट्री के लिए तय की गई 7 अरब डॉलर की लिमिट से अधिक के निवेश को रोकना था। इसके अलावा, RBI ने हर म्यूचुअल फंड हाउस के लिए 1 अरब डॉलर, और विदेशी एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs) में निवेश के लिए भी 1 अरब डॉलर की सीमा तय की थी।

बाद में SEBI ने उन फंड्स को विदेशी शेयरों में निवेश की इजाजत दी जो RBI की सीमा के भीतर रहते हुए काम कर रहे थे। इसके बाद से कई फंड हाउस थोड़े-थोड़े समय के लिए निवेश स्वीकार करते रहे हैं, लेकिन यह प्रक्रिया सीमित ही रही है।

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