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मार्केट्स का रिटर्न इनवेस्टर्स की उम्मीद जितना नहीं होगा, जानिए Kotak के संजीव प्रसाद ने क्यों ऐसा कहा

Kotak Institutional Equities के MD और को-हेड संजीव प्रसाद ने कहा कि इंडियन मार्केट अभी काफी बुलिश है। लेकिन, यह कई निगेटिव खबरों पर ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने मार्केट की वैल्यूएशन को लेकर भी चिंता जताई। इजराइल-हमास की लड़ाई के बारे में उन्होंने कहा कि इसके मध्य-पूर्व के दूसरे इलाकों में फैलने और पूरे इलाके के युद्ध की चपेट में आ जाने की उम्मीद नहीं है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 01, 2023 पर 12:18 PM
मार्केट्स का रिटर्न इनवेस्टर्स की उम्मीद जितना नहीं होगा, जानिए Kotak के संजीव प्रसाद ने क्यों ऐसा कहा
प्रसाद ने कहा कि अगर आप SIP के जरिए म्यूचुअल फंड्स में हो रहे निवेश को ध्यान से देखें तो ज्यादातर इनवेस्टमेंट स्मॉलकैप और मिडकैप फंड्स में हो रहा है। इसकी स्पष्ट वजह है कि निवेशकों को पिछले एक-दो साल में लार्जकैप स्टॉक्स में अच्छा रिटर्न नहीं दिखा है।

इंडियन मार्केट में जैसी तेजी दिखी है, वैसी आगे दिखने की उम्मीद कम है। Kotak Institutional Equities के MD और को-हेड संजीव प्रसाद ने यह कहा है। उनका कहना है कि इंडियन मार्केट अभी काफी बुलिश है। लेकिन, यह कई निगेटिव खबरों पर ध्यान नहीं दे रहा। प्रसाद ने मनीकंट्रोल के वत्सला कामत से स्टॉक मार्केट और इनवेस्टमेंट सहित कई मसलों पर लंबी बातचीत की। उन्होंने मार्केट की वैल्यूएशन को लेकर चिंता जताई। प्रसाद का मानना है कि आगे मार्केट में करेक्शन आ सकता है।

इजराइल-हमास की लड़ाई बड़ा खतरा नहीं

इजराइल-हमास की लड़ाई के बारे में उन्होंने कहा कि इसके मध्य-पूर्व के दूसरे इलाकों में फैलने और पूरे इलाके के युद्ध की चपेट में आ जाने की उम्मीद नहीं है। यहां तक कि अरब देश भी इजराइल के साथ अच्छे रिश्ते रखना चाहते हैं। वे समझ रहे हैं कि अगले 30 साल में उन्हें अपनी इकोनॉमी में बदलाव लाना पड़ेगा। ऑयल और गैस आधारित इकोनॉमी की जगह उन्हें मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज आधारित इकोनॉमी बनना पड़ेगा। अरब के कुछ देशों ने इस दिशा में कोशिश शुरू भी कर दी है।

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