Get App

L&T जुटाएगी ₹12000 करोड़, टॉप लेवल पर बड़े बदलावों को भी दी बोर्ड ने मंजूरी

L&T News: इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा कांग्लोमेरेट एलएंडटी के बोर्ड ने शुक्रवार 21 मार्च को 12 हजार करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके अलावा बोर्ड ने टॉप लेवल पर बदलाव को भी मंजूरी दी है। यह ऐसे समय में हुआ है, जब एलएंडटी को ब्रिगेड ग्रुप से बड़ा ऑर्डर मिला है। इसे हैदराबाद और चेन्नई में रेजिडेंशियल और कॉमर्शियल टावर्स बनाने के लिए किसी एक प्राइवेट कस्टमर से सबसे बड़ा ऑर्डर मिला है

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Mar 22, 2025 पर 7:33 AM
L&T जुटाएगी ₹12000 करोड़, टॉप लेवल पर बड़े बदलावों को भी दी बोर्ड ने मंजूरी
L&T के शेयर रिकॉर्ड हाई से 13 फीसदी डाउनसाइड है।

L&T News: इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा कांग्लोमेरेट एलएंडटी के बोर्ड ने शुक्रवार 21 मार्च को 12 हजार करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके अलावा बोर्ड ने टॉप लेवल पर बदलाव को भी मंजूरी दी है। यह ऐसे समय में हुआ है, जब एलएंडटी को ब्रिगेड ग्रुप से बड़ा ऑर्डर मिला है। इसे हैदराबाद और चेन्नई में रेजिडेंशियल और कॉमर्शियल टावर्स बनाने के लिए किसी एक प्राइवेट कस्टमर से सबसे बड़ा ऑर्डर मिला है। इसके चलते एक कारोबारी दिन पहले एलएंडटी के शेयर इंट्रा-डे में 3 फीसदी से अधिक पहुंच गए। शुक्रवार को बीएसई पर यह 2.62 फीसदी की बढ़त के साथ 3436.80 रुपये के भाव पर बंद हुआ थाहै। इंट्रा-डे में यह 3.14 फीसदी उछलकर 3454.40 रुपये के भाव तक पहुंचा था। इस साल एलएंडटी के शेयर 5 फीसदी से अधिक कमजोर हुए हैं लेकिन इस महीने यह 8 महीने से अधिक मजबूत हुआ है।

L&T के बोर्ड की बैठक में क्या हुआ फैसला?

एलएंडटी के बोर्ड की बैठक में कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक और प्रेसिडेंट (एनर्जी) को कंपनी का डिप्टी एमडी और प्रेसिडेंट बनाने की मंजूरी दी है। उनका कार्यकाल 2 अप्रैल 2025 से 3 फरवरी 2028 तक प्रभावी होगा। कंपनी ने यह जानकारी एक्सचेंज फाइलिंग में दी है। इसके अलावा पूर्णकालिक निदेशक एसवी देसाई की फिर से नियुक्ति को मंजूरी दी है और उनका कार्यकाल 11 जुलाई 2025 से 4 जुलाई 2030 तक रहेगा। इसके अलावा 11 जुलाई 2025 से प्रभावी पांच साल के लिए टी माधवा को फिर से पूर्णकालिक निदेशक के तौर पर नियुक्ति दी है। इन सबके अलावा बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स 12 हजार करोड़ रुपये तक के लॉन्ग टर्म बॉरोइंग को भी मंजूरी दी। यह कर्ज एक्सटर्नल कॉमर्शियल बॉरोइंग्स, टर्म लोन, नॉन-कंवर्टिबल डिबेंचर्स या अन्य किसी तरीके से जुटाया जाएगा।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल

सब समाचार

+ और भी पढ़ें