BSE Market Cap: बीएसई (BSE) पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप आज 291.89 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। इससे पहले मार्केट कैप 14 दिसंबर 2022 को 291.30 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। रुपये और डॉलर दोनों के हिसाब से बीएसई पर सभी लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 28 मार्च से अब तक करीब 16 फीसदी उछल चुका है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग के आंकड़ों से इसका खुलासा हुआ है। इस साल यह डॉलर और रुपये के टर्म में करीब 4 फीसदी मजबूत हुए हैं।
Sensex-Nifty रिकॉर्ड हाई से दूर, लेकिन m-Cap नई ऊंचाई पर
बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। वहीं दूसरी तरफ दोनों घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी 50 (NSE Nifty 50) अपने रिकॉर्ड हाई से नीचे हैं। सेंसेक्स इस समय रिकॉर्ड हाई से करीब 0.6 फीसदी और निफ्टी 0.4 फीसदी डाउनसाइड है। सेंसेक्स पिछले साल 1 दिसंबर 2022 को 63,191.86 और निफ्टी 18,812.50 की रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था। इस साल सेंसेक्स और निफ्टी दोनों करीब 3.5 फीसदी मजबूत हुए है।
मैक्रो-इकनॉमिक फैक्टर्स में सुधार, मार्च तिमाही के उम्मीद से बेहतर कंपनियों के नतीजे और आरबीआई की नीतिगत दरों में बढ़ोतरी का सिलसिला थमने और विदेशी निवेशकों की लगातार खरीदारी जारी रहने के चलते 28 मार्च के बाद मार्केट को सपोर्ट मिला। हाई ग्रोथ, इनफ्लेशन में गिरावट और रुपये में स्थिरता के चलते भारतीय बाजार को सपोर्ट मिल रहा है। हाल ही में अधिकतर ब्रोकरेज ने भारतीय बाजार पर पॉजिटिव रुझान दिखाया है और सेंसेक्स-निफ्टी का टारगेट बढ़ा दिया है।
मॉर्गन स्टैनले के मुताबिक दिसंबर तक सेंसेक्स 68500 तक पहुंच सकता है। गोल्डमैन ने मार्च 2024 तक निफ्टी 50 के 20 हजार तक पहुंचने का अनुमान लगाया है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर के मुताबिक निफ्टी इस समय 10 साल के औसतन 20.8x PE (प्राइस-टू-अर्निंग्स) से करीब 12 फीसदी पर है। ब्रोकरेज ने मार्च 2023 के 1145 के ईपीएस के आधार पर निफ्टी के लिए 12 महीने का टारगेट 21013 का फिक्स किया है।