Market insight : ट्रंप के टैरिफ टैंट्रम से बाजार में दबाव देखने को मिल रहा है। निफ्टी करीब 100 प्वाइंट से ज्यादा फिसलकर 24600 के करीब कारोबार कर रहा है। बैंक निफ्टी भी नरम है। वहीं, मिडकैप और स्मॉल कैप में भी हल्की कमजोरी देखने को मिल रही है। ऐसे में मार्केट आउटलुक पर चर्चा करते हुए मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (Marcellus Investment Managers) के फाउंडर & CIO सौरभ मुखर्जी ने कहा कि इस समय निवशकों को थोड़ा धैर्य दिखाना होगा। ट्रंप की पूरी रणनीति डराओ, धमकाओ और सौदेबाजी पर आधारित है। अमेरिका भारत के एग्री, डेयरी और पोल्ट्री के मार्केट अपने लिए खुलवाना चाहता है। जाहिर है कि भारत सरकार इस मामले में अमेरिकी मर्जी को चलने नहीं देना चाहती।
उन्होंने आगे कहा की ये सौदेबाजी चलती रहेगी। आगे कोई डील भी जरूर होगी। भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट करना अमेरिका के हित में है। चीन के ऊपर अपनी निर्भरता घटाने के लिए अमेरिका के भारत की काफी ज्यादा जरूरत है। थोड़ा सा धैर्य दिखाना होगा। अमेरिका के साथ ये डील जरूर होगी। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से भारत से होने वाले एक्सपोर्ट में भी बढ़त होगी। 2-3 महीने में अमेरिका से अच्छी खबर मिलेगी।
सौरभ मुखर्जी का मानना है कि ट्रेड डील के लिहाज से DIVIS LAB बेहतर नजर आ रहा है। टैरिफ से फार्मा एक्सपोर्ट को दिक्कत नहीं होगी। अमेरिका से कोई ट्रेड डील होने के बाद ऑटो एंसिलरी सेक्टर को भी फायदा होगा। उन्होंने ये भी बताया कि DIVIS LAB, HDFC BANK और TUBE INVESTMENTS में मार्सेलस इन्वेस्टमेंट का सबसे ज्यादा निवेश है। ट्रंप के 25 फीसदी के टैरिफ से भारत से होने वाले फॉर्मा एक्सपोर्ट पर बहुत ज्यादा असर होने का डर नहीं है।
एनबीएफसी शेयरों पर बात करते हुए सौरभ मुखर्जी ने कहा कि मंदी के इस माहौल में जो कंपनियां सोच समझ कर लोन दे रही है उनका प्रदर्शन अच्छा है। उनकी असेट क्वालिटी भी अच्छी है। कोविड के बाद इस सेक्टर में गधे और घोड़े का फर्क साफ हो रहा है। इस सेक्टर में एचडीएफसी बैंक, HOME FIRST FIN और CHOLA INVEST के शेयर अच्छे लग रहे हैं। पेंट शेयरों में सौरभ मुखर्जी BERGER PAINTS और ASIAN PAINTS पर बुलिश है।
डोडला डेरी में अपने फंड की बड़ी होल्डिंग पर बीत करते हुए सौरभ मुखर्जी ने कहा कि किसानों से सोर्सिंग करके फिर उसको प्रोसेस करके पनीर आइसक्रीम घी वगैरह बनाना और डिस्ट्रीब्यूट करके अच्छा आरओसी कमाना बहुत टफ होता है। डेरी सेक्टर में 20% रिटर्न ऑन कैपिटल बहुत कम लोग कमा पाए हैं। डोडला डेरी करीबन 10 साल से 20% आरओसी कमा रही है। इस पर जो सरप्लस बनता है उस पैसे को कंपनी फिर से इन्वेस्ट करती है छोटे-छोटे दूसरे डेयरीज को खरीदती है। कंपनी ने साउथ इंडिया में और ईस्ट अफ्रीका में भी डेरी खरीदी है। ईस्ट अफ्रीका में कॉम्पटीशन कम है। मार्जिन ज्यादा है। ऐसे में ये कंपनी न सिर्फ अच्छा आरओसी कमाती है। आगे ये शेयर मल्टी बैगर साबित हो सकता है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।