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बजट के बाद बदल सकता बाजार का नजरिया, IT शेयरों में रैली की उम्मीद : पुनीता कुमार सिन्हा

पुनीता कुमार सिन्हा की राय है कि अब राजनीतिक हलचल की जगह बजट पर नजर रहेगी। इस बजट में कृषि और गांवों पर फोकस बढ़ सकता है। भारतीय बाजार अभी भी दूसरे बाजारों की तुलना में महंगे हैं। ऐसे में विदेशी निवेशक तुरंत तो भारत की तरफ रुख नहीं करेंगे। लेकिन वे किसी करेक्शन में भारत की तरफ फिर से रुख करेंगे

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 25, 2024 पर 3:26 PM
बजट के बाद बदल सकता बाजार का नजरिया, IT शेयरों में रैली की उम्मीद : पुनीता कुमार सिन्हा
पुनीता कुमार की राय है कि इंफ्रा सेक्टर पर सरकार का फोकस बना रहेगा। आगे प्राइवेट सेक्टर बैंक में एक्शन बढ़ सकता है

मार्केट फंडामेंटल पर चर्चा के लिए आज सीएनबीसी-आवाज़ के साथ जुड़ी पैसिफिक पैराडाइम एडवाइजर्स (Pacific Paradigm Advisors) की फाउंडिंग पार्टनर पुनीता कुमार सिन्हा। आवाज़ से हुई बातचीत में पुनीता ने कहा कि इलेक्शन ने बाजार को डरा दिया था। लेकिन उसके बाद नई सरकार नीतियों की निरंतरता पर फोकस कर रही है। कुछ समय तक हो सकता है सरकार में स्थिरता बनी रहे। लेकिन आगे सरकार कैसे चलेगी ये समय बताएगा। ऐसे में बाजार कुछ समय के लिए पॉलिटिक्स पर ध्यान नहीं देगा। इस समय बाजार के लिए सबसे बड़ा इवेंट है बजट। इस बार का बजट इस सरकार के पिछले बजटों की तुलना में थोड़ा अलग रह सकता है।

बजट के बाद बदल सकता बाजार का नजरिया

पुनीता कुमार सिन्हा की राय है कि अब राजनीतिक हलचल की जगह बजट पर नजर रहेगी। इस बजट में कृषि और गांवों पर फोकस बढ़ सकता है। बजट के बाद बाजार का नजरिया बदल सकता है। अगर बजट में फिस्कल डिसिप्लिन में नरमी दिखती है तो बाजार में करेक्शन आ सकता है।

करेक्शन के इंतजार में विदेशी निवेशक

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