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Market outlook : हरे निशान में बंद हुआ बाजार, जानिए 19 सितंबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Stock market : सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो आईटी इंडेक्स में 0.8 फीसदी, फार्मा इंडेक्स में 1.5 फीसदी, मेटल इंडेक्स में 0.3 फीसदी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 0.4 फीसदी की बढ़त हुई है। दूसरी और मीडिया और कैपिटल गुड्स के इंडेक्स में 0.3 फीसदी की गिरावट आई

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 18, 2025 पर 4:29 PM
Market outlook : हरे निशान में बंद हुआ बाजार, जानिए 19 सितंबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान का कहना है कि डे ट्रेडर्स के लिए हायर बॉटम सपोर्ट 25,300 के आसपास है। उनका मानना ​​है कि जब तक निफ्टी इस स्तर से ऊपर कारोबार करता रहेगा,तेजी का रुझान जारी रहने की संभावना है

Market trend: 18 सितंबर को भारतीय इक्विटी इंडेक्स निफ्टी 25,400 के ऊपर बंद हुआ। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 320.25 अंक या 0.39 फीसदी बढ़कर 83,013.96 पर और निफ्टी 93.35 अंक या 0.37 फीसदी बढ़कर 25,423.60 पर बंद हुआ। लगभग 2019 शेयरों में तेजी आई, 1962 शेयरों में गिरावट आई और 158 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो आईटी इंडेक्स में 0.8 फीसदी, फार्मा इंडेक्स में 1.5 फीसदी, मेटल इंडेक्स में 0.3 फीसदी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 0.4 फीसदी की बढ़त हुई है। दूसरी और मीडिया और कैपिटल गुड्स के इंडेक्स में 0.3 फीसदी की गिरावट आई। एचडीएफसी लाइफ, इंफोसिस, इटरनल, सिप्ला और सन फार्मा निफ्टी के टॉप गेनरों में रहे। कोल इंडिया, बजाज फाइनेंस, ट्रेंट, टाटा मोटर्स और अल्ट्राटेक सीमेंट निफ्टी के टॉप लूजरों में रहे। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.3 फीसदी बढ़ा और स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट बंद हुआ है।

एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि फेड की नरम रुख वाली घोषणा के कारण निफ्टी में गैप-अप शुरुआत के बाद भी उतार-चढ़ाव बना रहा। निफ्टी का शॉर्ट टर्म रुझान पॉजिटिव रहने की संभावना है। निफ्टी मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है। डेली आरएसआई बुलिश क्रॉसओवर में है और पिछले स्विंग हाई से ऊपर बढ़ रहा है,जो बाजार में बढ़ती तेजी का संकेत है।

नियर टर्म में निफ्टी के लिए 25,300 और 25,150 पर सपोर्ट है। दूसरी ओर 25,500 पर रेजिस्टेंस दिखाई दे रहा है। इस स्तर से ऊपर जाने पर निफ्ट में 26,000 तक की तेजी आ सकती है। कुल मिलाकर, मौजूदा बाजार में गिरावट पर खरीदारी की रणनीति काम करती नजर आ सकती है।

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