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Market outlook : लगातार पांचवें दिन गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 7 अक्टूबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Market news : मौजूदा जियो-पोलिटिकल तनाव के चलते कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आ गया है। इससे आगामी नीति बैठक में आरबीआई द्वारा दरों में कटौती की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं। इसके अलावा, विदेशी निवेशकों की तरफ से होने वाली भारी बिकवाली से बाजार में दबाव बढ़ रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 04, 2024 पर 4:15 PM
Market outlook : लगातार पांचवें दिन गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 7 अक्टूबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल
Share market : निकट भविष्य में बाजार की दिशा एफआईआई और डीआईआई के बीच चल रही रस्साकशी से प्रभावित होगी। उन्हें उम्मीद है कि आगे चलकर बाजार दूसरी तिमाही के नतीजों पर प्रतिक्रिया देना शुरू कर देगा

Stock market : भारतीय इक्विटी इंडेक्स 4 अक्टूबर को लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। निफ्टी 25,050 के आसपास रहा। वहीं, सेंसेक्स 809 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 808.65 अंक या 0.98 फीसदी की गिरावट के साथ 81,688.45 पर और निफ्टी 200.30 अंक या 0.79 फीसदी की गिरावट के साथ 25,049.80 पर बंद हुआ। आज लगभग 1522 शेयरों में तेजी आई, 2266 शेयरों में गिरावट आई और 101 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

एनएसई पर एमएंडएम, बजाज फाइनेंस, नेस्ले इंडिया, बीपीसीएल और एशियन पेंट्स आज के टॉप लूजर रहे। जबकि, इंफोसिस, ओएनजीसी, टाटा मोटर्स, विप्रो और एचडीएफसी लाइफ आज के टॉप गेनर रहे। पीएसयू बैंक और आईटी को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। ऑटो, एफएमसीजी, रियल्टी, बिजली, मीडिया, टेलीकॉम, ऑयल और गैस इंडेक्स 1-2 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुए। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में लगभग एक फीसदी की गिरावट आई।

7 अक्टूबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजार आज भी दबाव में रहा। एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बाजार ने करेक्शन के दौर को आगे बढ़ाया। मौजूदा जियो-पोलिटिकल तनाव के चलते कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आ गया है। इससे आगामी नीति बैठक में आरबीआई द्वारा दरों में कटौती की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं। इसके अलावा, विदेशी निवेशकों की तरफ से होने वाली भारी बिकवाली से बाजार में दबाव बढ़ रहा है। हालांकि हालिया गिरावट के बाद कुछ ठहराव या मामूली उछाल आ सकता है, लेकिन जब तक निफ्टी निर्णायक रूप से 25,600 के स्तर को फिर हासिल नहीं कर लेता, तब तक बाजार का ओवरऑल ट्रेंड निगेटिव ही बना रहेगा।

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