Get App

Market trend : बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयर लग रहे अच्छे, दूसरे सेक्टरों में क्वालिटी शेयरों पर ही फोकस करने की रणनीति अपनाएं

Experts views : अप्रैल सीरीज के पहले दिन निफ्टी में उतार-चढ़ाव रहा और फिर यह कमजोरी के साथ बंद हुआ। जबसे निफ्टी ने 23,800 के पिछले स्विंग के आसपास का हाई बनाया है,तब से इंडेक्स मजबूत हो रहा है। आगे चलकर,23,400 निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट के रूप में काम कर सकता है। 23,400 से नीचे की गिरावट निफ्टी को 23,200 की ओर ले जा सकती है, जहां अगला बड़ा सपोर्ट है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 31, 2025 पर 5:24 PM
Market trend : बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयर लग रहे अच्छे, दूसरे सेक्टरों में क्वालिटी शेयरों पर ही फोकस करने की रणनीति अपनाएं
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि निवेशक बाजार के अगले निर्णायक कदम के लिए नए ट्रिगर्स का इंतजार कर रहे हैं। टैरिफ वार्ता को लेकर बनी अनिश्चितता बाजार की बढ़त को सीमित कर रही है

Sotck market: 28 मार्च को उठापटक भरे कारोबारी सत्र में भारतीय इक्विटी इंडेक्स कमजोरी के साथ बंद हुए। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 191.51 अंक या 0.25 फीसदी गिरकर 77,414.92 पर और निफ्टी 72.60 अंक या 0.31 फीसदी गिरकर 23,519.35 पर बंद हुआ। वीकली बेसिस पर देखें तो IT शेयरों की लीडरशिप में बाजार में लगातार दूसरे हफ्ते तेजी देखने को मिली। फाइनेंशियल शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली है। बैंक निफ्टी करीब 2 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ। मिडकैप का प्रदर्शन तुलनात्मक रूप से कमजोर रहा,मिडकैप इंडेक्स में सप्ताह के दौरान स्थिरता देखने को मिली।

एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि अप्रैल सीरीज के पहले दिन निफ्टी में उतार-चढ़ाव रहा और फिर यह कमजोरी के साथ बंद हुआ। जबसे निफ्टी ने 23,800 के पिछले स्विंग के आसपास का हाई बनाया है,तब से इंडेक्स मजबूत हो रहा है। आगे चलकर,23,400 निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट के रूप में काम कर सकता है। 23,400 से नीचे की गिरावट निफ्टी को 23,200 की ओर ले जा सकती है, जहां अगला बड़ा सपोर्ट है।

कोटक सिक्योरिटीज के हेड इक्विटी रिसर्च श्रीकांत चौहान का कहना है कि भारतीय इक्विटी बाजारों का साप्ताहिक प्रदर्शन मिलाजुला रहा। निफ्टी और सेंसेक्स में मामूली साप्ताहिक बढ़त देखने को मिली। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों की सकारात्मक भावना बनी रही। पिछले कई महीनों से लगातार बिकवाली के बाद, पिछले कुछ दिनों में एफआईआई नेट बायर रहे हैं। ग्लोबल मार्केट में टैरिफ वॉर का साया हावी हो सकता है। इसके अलावा, आरबीआई की नीति और Q4FY25 के नतीजे आने वाले हफ्तों में बाजार की चाल तय करने में अहम किरदार निभाएंगे।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें